
आखिर कहां है कोतवाली पुलिस की गश्त शहर के व्यवस्तम इलाके में चोरी होना पुलिस की गश्त पर बड़ा सवालिया निशान





बीकानेर। शहर का वो इलाका जहां रात 2 बजे तक लोगों का आना जाना रहता है उस इलाके में चोरी होने पर लोगों में पुलिस के खिलाफ भारी विरोध है। क्योकि चोरी कोतवाली थाना इलाके में हुई जहां पर मोहता चौक से लेकर बड़ा बाजार तक रातभर लोगों का आना जाना रहता है वही पुलिस की गश्त टीम भी रात को घुूमती है उसके बाद भी चोरी होना बड़ी बात है फिर कही ना कही पुलिस की कमजोरी है। जबकि कोतवाली पुलिस की बाइक गश्त रात को घुमती हे अगर उसके बाद भी चोरी होती है तो चोरों में पुलिस का डर बिल्कुल भी नहीं है या कोई स्थानीय चोर है जो इस मामले में पूरी जानकारी है कि पुलिस की गश्त कहां से कहां तक रहती है और कितने बजे इस इलाके में पुलिस गश्ती टीम आयेगी। उस सब को ध्यान में रखकर ही चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। शातिर चोरों ने रकम के साथ साथ ड्राईफुट व खाद्य पदार्थों के सामानों की चोरी की है। जब तेल व घी के पीपों की चोरी हुई है तो फिर कोई ना कोई वाहन लेकर ही चोर आये होंगे।
रात को पुलिस नहीं पूछती किसी को भी इतनी देर रात को कहां से आ रहे हो कहां के रहने वाले हो पुलिस अपनी मस्ती में ही गश्त करती है क्योकि ये शहर पूरी रात चलता है आखिर पुलिस किसको पूछे कि कहां से आया और कहां जायेगा। लेकिन पुलिस अपनी सख्ती दिखाये तो चोरी व अन्य मामलों में कमी आ सकती है। जब चोर दुकानों तक पहुंच गये तो घरों में पहुचते कितना समय लगता है क्योकि कई ऐसे लोग है जो रात को अपने घर का दरवाजा थोडा बंद करके बाहर घूमने निकल जाते है उनका कोई पता नहीं वो वापस कब आये तब तक दरवाजा खुला ही रहता है लेकिन इस तरह की घटना होने के बाद आमजन व पुलिस दोनों को सर्तकता रखनी होगी।
देर रात खुली रहती है दुकानें
पुलिस के लिए रात को खुलने वाली दुकाने सिरदर्द बनी हुई है ये सभी दुकान राजनैतिक संरक्षण में खुली रहती है जहां पर पूरी रात लोगों की आवाजाही रहती है जिससे पता ही नहीं चलता कौन कहां से आ रहा है। इसको लेकर कई बार पुलिस अधीक्षक ने निर्देश भी रखे है रात के समय दुकानें बंद होनी चाहिए लेकिन राजनेताओं के एक फोन सभी आदेश धरे रह जाते है। अगर देखा जाये तो सबसे ज्यादा अपराध नयाशहर में होता है उस इलाके में दुकाने पूरी रात खुली रहती है। इस तरह कोतवाली थाना इलाके में तो हद ही सुबह पांच बजे तक दुकानें खुली रहती है जिसमें खाने पीने के सभी सामान आसानी से मिल जाते है। पुलिस रात को दुकानें के आगे से निकलती है लेकिन आज तक बंद करवाने की कोशिश नहीं की है। अगर समय रहते इन दुकानों पर कोई पाबंदी नहीं लगाई तो आने वाले समय में बड़े हादसे होगें।


