Gold Silver

शुद्व के लिये युद्व की रिपोर्ट में ही हुई मिलावट,विभाग की जांच में हुआ खुलासा

खुलासा न्यूज,बीकानेर। राज्य सरकार चाहे कितना ही शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चला ले। लेकिन उसे पलीता भी उन्हीं के अधिकारी व कर्मचारी लगाते है। बीकानेर में भी ऐसे ही प्रकरण सामने आएं है। जिसमें स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गई रिपोर्ट में मिलावट नजर आई। आरटीआई कार्यकर्ता विजय दीक्षित की ओर से स्वास्थ्य महकमें से मांगी गई रिपोर्ट में सामने आया कि विभाग ने जिसके सैम्पल लिये गये उसकी रिपोर्ट देने की बजाय दूसरे चीजों की रिपोर्ट पेश कर मामला ही खुदबुर्द कर दिया गया। दरअसल, मामला यह है कि नवम्बर में तत्कालीन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल. मीणा ने शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत कार्रवाई का है। जिसमें एक नमकीन की दुकान और एक फास्ट फूड की दुकान पर छापामारी की गई। इस कार्यवाही के दौरान दोनों की जगहों से सैम्पल लिये गये। अब इनकी रिपोर्ट विभाग के पास आई। बताया जा रहा है कि अधिकांश प्रतिष्ठानों के सेम्पल मानक स्तर के हैं। आश्चर्य की बात है कि एक प्रतिष्ठान पर तो विभाग कार्रवाई से ही इनकार कर रहा है। जबकि इन कार्रवाई के वीडियो आज भी सोशल मीडिया पर उपलब्ध है।
एक सेंपल सही, एक गड़बड़
वहीं एक नमकीन की दुकान पर हुई कार्रवाई में एक सेम्पल मानक स्तर का माना गया,जबकि दूसरा सेम्पल अमानक था। इस पर संबंधित प्रतिष्ठान पर कार्रवाई की जा रही है। शिकायतकर्ता विजय दीक्षित का आरोप है कि कार्रवाई के दौरान जिस सामग्री को खराब बताया गया था, उसके बजाय दूसरे सेम्पल की रिपोर्ट दी गई है।
अब आगे शिकायत होगी
दीक्षित ने बताया कि उन्होंने खाद्य सचिव को पत्र भेजकर शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के तहत हुई समस्त जांच की फिर से विभागीय जांच करने का आग्रह किया है। तब बड़ी संख्या में मावा भी बरामद किया गया था लेकिन कहीं से कोई मावा प्रतिष्ठान पर कार्रवाई नहीं हो रही है। पत्र में संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की गई है।
कार्यवाही का दंड भी सीएमएचओ ने भुगता
खबर तो यह भी आ रही है कि इसमें एक दुकान पर की गई कार्यवाही का दंड सीएमएचओ को स्थानान्तरण के रूप में भुगतना पड़ा है।

Join Whatsapp 26