
बीकानेर साईबर पुलिस की कार्रवाई, मुकदमे का परिवादी ही निकला आरोपी, पुलिस ने किया गिरफ्तार





खुलासा न्यूज, बीकानेर। पुलिस मुख्यालय द्वारा चलाये जा रहे साईबर अपराधों की रोकथाम के विशेष अभियान बीकानेर साईबर पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए अंतर्राज्यीय संगठित गिरोह में एक और बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो मुदकमे में खुद परिवादी था । पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपी से प्रारंभिक पूछताछ में अन्य लोगों की भूमिका भी संग्धिद है, जिसमें जांच जारी है।
पुलिस के अनुसार अभियान के तहत एसपी कावेन्द्र सागर के मार्गदर्शन में एडीशन एसपी शहर सौरव तिवाडी के निर्देशन में व खान मोहम्मद आरपीएस थानाधिकारी साईबर के निकट सुपरविजन में रमेश कुमार सर्वटा पुनि व साईबर थाना, साईबर रेस्पोंस सैल बीकानेर की टीमों की संयुक्त कार्रवाई में अन्तर्राज्यीय गिरोह के सदस्य आरोपी धमार्राम जाट पुत्र मदनलाल जाट निवासी हियांदेसर को गिरफ्तार कर पूछताछ में गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर लोगों के साथ ठगी की रकम को अपने अकाउण्ट में डलाकर जरिये चैक विड्रोल करता व लोगों से 10 प्रतिशत के हिसाब से कमीशन लेकर अकाउण्ट में फ्रॉड के पैसे डालकर जरिये एटीएम व चैक से बीकानेर की अलग-अलग बैंक शाखाओं से विड्रोल करवाता। पुलिस थाना नोखा के मु.न. 681/2024 धारा 318 (2), 318(4), 317 (2), 317(4), 319(2), 308(2), 308(6) व 61 (2) ए बीएनएस व 66डी आईटी एक्ट के तहत अनुसंधान रमेश कुमार सर्वटा पुनि. द्वारा किया जा रहा है। पूर्व में परिवादी आरोपी धर्माराम ने ही पुलिस थाना नोखा में दिनेश सारण व प्रमोद विश्नोई के खिलाफ अपने साथ साइबर धोखाधड़ी होने का उक्त मुकदमा दर्ज करवाया था।
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
गिरफ्तार आरोपी साईबर गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर अलग-अलग राज्यों व जिलों में बैठे साईबर फ्रॉड से राशि काम में लेते है, प्रकरण में सह आरोपी दिनेश सारण व प्रमोद गोदारा के साथ मिलकर लोगों से ठगी की 10 प्रतिशत कमीशन पर लिये अकाउण्टओं में अलग-अलग राज्यों के लोगों के साथ फ्रॉड कर फ्रॉड की राशि को कमीशन पर लिये खातों में व अपने खाते में डलवाकर राशि को एटीएम व चैक से विड्राल करवा लेते है।
पुलिस के अनुसार प्रारंभिक पूछताछ के अनुसार अभियुक्त धर्माराम जाट अपने गांव हियांदेसर में ई मित्र चलाता है। अभियुक्त ने बताया कि वह अपने साईबर गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर अलग-अलग राज्यों के लोगों के साथ फ्रॉड की गई करीब दस लाख रूपये से अधिक की राशि को डिजिटल अरेस्ट करके व इन्स्वेस्टमेंट का झांसा देकर उनसे पैसें मंगवाकर अपने खाते में डलवाकर प्रमोद गोदारा की फ्रॉड गैंग के साथ मिलकर विड्रोल कर लेता व उन पैसों को आपस में बांट लेते थे।
इन वारदातों को दिया अंजाम
1. नटवरलाल भाई आयु 71 साल निवासी नंदेशरी जिला वडोदरा गुजरात के साथ दिनांक 4.11.24 को आरोपियों ने नटवरलाल भाई के मोबाईल पर वॉटसएप कॉल किया कि मैं मुबंई पुलिस से बोल रहा हूँ। आपका 265 करोड़ का फ्रॉड में नाम आया है। आपके बैंक खाते कौनसी-कौनसी बैंक में है। फिर आरोपियों ने कहा आप एकान्त स्थान पर जाकर विडियो कॉल में बात करना आपको डिजिटल गिरफ्तार कर पूछताछ की जावेगी। इस पर नटवरलालभाई ने कमरे में जाकर दरवाजा बन्द कर लिया। फिर वॉटसएप पर विडियो कॉल आयी। तब कहा नटवरलाल भाई आपको डिजिटल अरेस्ट किया गया है। विडियों कॉल में पुलिस की वर्दी पहना हुआ एक व्यक्ति था जिसने मुझसे मेरा नाम और पूछा और मुझे डराया धमकाया कि आपका नाम मनी लॉन्ड्रिग में है। तब नटवरलाल भाई घर पर अकेला था तो वह बहुत ज्यादा डर गया तथा आरोपियों ने मनी लॉन्ड्रिग के मुकदमें से बचाने के नाम पर नटबरलाल भाई से 5,97,000 रुपये की साईबर ठगी कर रूपये हड़प लिये।
2. प्रोसन्तजीत तरफदार निवासी सिलचर जिला कछार आसाम से टेलिग्राम पर टास्क देकर लाभ का लालच देकर इन्वेस्टमेंट के नाम पर मुल्जिमान द्वारा कुल 4,35,000/-रूपये फ्रॉड कर धोखाधड़ी पूर्वक हड़पे गये ।
पुलिस की अपील
पुलिस अधीक्षक कावेन्द्र सिंह सागर की आम-जन से अपील है कि किसी भी प्रकार के लालच धोखे में आकर अपनी निजी जानकारी व बैंक संबंधित जानकारी किसी के साथ शेयर नहीं करे। यदि किसी के साथ साईबर फ्रॉड होता है तो साईबर हेल्पलाईन नम्बर 1930 पर शिकायत दर्ज करवाये ।
कार्रवाई करने वाली टीम
पुलिस निरीक्षक रमेश सर्वटा, एसआई विशु वर्मा, हैड कांस्टेबल खेताराम, कांस्टेबल रामधन व श्रीराम शामिल रहे।


