
खुले नाले व सीवर के ढक्कन खुले रहने से आये दिन होते है हादसे






बीकानेर। बीकानेर शहर में खुले पड़े नालों को कवर करने के लिए जिला प्रशासन की ओर से कई बार आदेश हो चुके है, लेकिन ये आदेश धरातल पर लागू नहीं हो पाए। नतीजन, हर रोज पशु गिर रहे हैं और मौते हो रही है। केवल पशु ही नहीं, बल्कि प्रशासन की अनदेखी व लापरवाही के चलते कई लोग भी शिकार हुए है, कईयों ने जान तक गंवाई है। खुले नालों में मच्छर-मखियां पन रही है, जो अनेक घातक बीमारियों का बड़ा कारण है। इन नालों को कवर करने के लिए अनेक बार जिला कलेक्टर्स, यूआईटी प्रशासन द्वारा आदेश निकाले जा चुके है, लेकिन उन आदेशों का आज तक इंप्लीमेंट नहीं हुआ। चुंगी नाके से करमीसर की तरफ जाने वाले खुले नाले में हर रोज पशु गिर रहे है, क्योंकि इस क्षेत्र में पशुपालकों की संख्या अधिक है। यह बड़ा नाला है जो सडक़ के किनारे होकर आगे गुजरता है। इससे चौबीस घंटे हादसे का खतरा रहता है। जिसको लेकर स्थानीय लोगों द्वारा अनेक बार प्रदर्शन व चक्का जाम किया गया। अधिकारी एक बार मौके पर पहुंचकर झूठा आश्वासन देकर मामले को शांत करवाकर निकल जाते है, फिर मुडक़र भी नहीं देखते। यह हालात केवल करमीसर रोड के नहीं, बल्कि शहर में ऐसे अनेक नाले खुले पड़े नाले हादसे न्यौता दे रहे है। जिनको लेकर प्रशासन ने आंख मूंद रखी है।


