अपने ही निकाल रहे है मंत्री को गालियां



बीकानेर। निगम चुनाव की टिकट वितरण के बाद भाजपा व कांग्रेस में अन्र्तविरोध तेज होता जा रहा है। दोनों ही दलों के कार्यकर्ता व पदाधिकारी दबी जुबां में मंत्रियों व जिलाध्यक्षों को गालियां निकालते नहीं थक रहे है। नगर विकास न्यास व कचहरी परिसर में पिछले दो दिन से लग रहे जमावड़े में टिकट नहीं मिलने वाले दावेदार और पार्टी के कार्यकर्ता मंत्रियों को कोस रहे है। यहीं नहीं पदाधिकारी भी जमकर भडास निकाल रहे है। हालात ये हो गये है अब तो सामाजिक संगठन भी खुलकर खिलाफत कर रहे है।
पदाधिकारी ही निकाल रहे है खुलकर भडास
जानकारी मिली है कि केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल द्वारा अपने चेहतों को टिकटें देने पर पार्टी के पदाधिक ारी जमकर भडास निकाल रहे है। इन पदाधिकारियों को क हना है कि जिस तरह मंत्री ने टिकटों का वितरण किया है। उससे साफ जाहिर है कि वे कांग्रेस के एजेन्ट के रूप में काम कर रहे है। वर्तमान पार्षदों,जिले के पदाधिकारियों तथा निष्ठावान कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर ऐसे लोगों को टिकट दिया गया है। जो मेघवाल की जी हजूरी करते है। उधर यहीं हाल कांग्रेस का है,जहां टिकट नहीं मिलने से नाराज कार्यकर्ता व पूर्व पदाधिकारी एक ही परिवार द्वारा संगठन में पंचायती करने का आरोप लगा रहे है। जानकारी मिली है कि इन विरोधियों को उच्च पदों पर रहे कई वरिष्ठ नेता भी हवा दे रहे है। वे विरोध करने वालों को आगे कर गलत टिकट वितरण के आरोप मंत्री डॉ बी डी कल्ला व जिलाध्यक्ष पर जड़ रहे है।
अग्रवाल समाज ने खुलकर दर्ज करवाया विरोध
बताया जा रहा है कि पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ साथ भाजपा को हमेशा ही समर्थन देने वाले अग्रवाल समाज ने भी टिकट वितरण को लेकर मुखालत करनी शुरू कर दी है। मजे की बात ये है कि पार्टी के कोषाध्यक्ष शिवरतन अग्रवाल ने जमकर विरोध करते हुए समाज को धोखे में रखने तक बात कही है। अग्रवाल समाज चेतना समिति ने अपने विरोध पत्र में लिखा है कि समाज ने सुमन जैन,संजय गुप्ता व मनोज सिंघला को भाजपा की टिकट देने की मांग की। लेकिन पार्टी केवल संजय गुप्ता को ही टिकट दी। अग्रवाल का आरोप है कि जो समाज लंबे समय से पार्टी को तन मन धन से सहयोग कर रहा है,उसकी तीन टिकटों की मांग को पूरा नहीं करना। बेहद पीड़ादायक बात है। जबकि अन्य समाजों को पांच से दस टिकट तक दिए गये है।

