
‘आशिकी’ देख खुद को पहचान नहीं पाई थीं अनु अग्रवाल:मेमोरी लॉस के चलते सब भूलीं, ‘आशिकी-2’ देखकर भी कुछ रिलेट नहीं कर पाईं







एक्ट्रेस अनु अग्रवाल ने 90 के दशक में डेब्यू फिल्म ‘आशिकी’ से घर-घर में पहचान बना ली थी। हालांकि, कुछ सालों बाद हुए एक ट्रेजिक एक्सीडेंट में उनकी याददाश्त चली गई। एक्सीडेंट के बाद अनु काफी वक्त तक खुद को भी नहीं पहचान पाईं। इतना ही नहीं, अनु के दिमाग से फिल्म ‘आशिकी’ की यादें भी मिट गई थीं।
इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में अनु ने बताया कि एक्सीडेंट के बाद उनकी मां ने जब उन्हें फिल्म ‘आशिकी’ दिखाई तो उन्हें इस बारे में कुछ भी याद नहीं था। यहां तक की ‘आशिकी-2’ देखकर भी वो खुद को इस फिल्म से रिलेट नहीं कर पाई थीं।

मैं खुद को ही नहीं पहचान पा रही थी: अनु
अनु ने कहा, ‘एक्सीडेंट में अपनी याददाशत खोने के बाद मैंने ‘आशिकी’ देखी थी। मेरी मां ने इसे मेरे लिए चलाया था पर मैं इस फिल्म से बिल्कुल भी रिलेट नहीं कर पा रही थी। मैं स्क्रीन पर नजर आने वाली उस लड़की को पहचान ही नहीं पा रही थी। मेरी मां कहती रहीं कि वो मैं हूं पर मुझे कुछ भी याद ही नहीं आ रहा था। मैं बस एक बच्चे की तरह उस एक्ट्रेस का चेहरा देख रही थी।
‘हालत इतनी खराब थी कि नंबर्स तक भूल चुकी थी’
इसके बाद जब ‘आशिकी-2’ रिलीज हुई तब मां ने मुझे वह फिल्म दिखाई पर मैं इस फिल्म से भी कुछ रिलेट नहीं कर पा रही थी। मां ने मुझसे कहा, ‘देखो यह तुम्हारी फिल्म ‘आशिकी’ की रीमेक है, आशिकी-2..’ और मैंने मां से पूछा कि यह 2 क्या है? मेरी हालत इतनी खराब थी कि मैं 1, 2, 3 नंबर्स तक भूल चुकी थी।’
इंटरव्यू में अनु ने बताया कि भले ही उन्हें कुछ याद नहीं आ रहा था पर फिल्म के इमोशंस इतने स्ट्रॉन्ग थे कि वो उसे फील कर सकती थीं।

1996 में लाइमलाइट से दूर हो गई थीं अनु
महेश भट्ट निर्देशित आशिकी से राहुल रॉय और अनु अग्रवाल ने बॉलीवुड डेब्यू किया था। इस फिल्म के बाद अनु ने कई फिल्में कीं पर किसी ने उन्हें सफलता नहीं दिलाई। 1996 में अनु ने खुद को लाइमलाइट से दूर कर लिया। इसके बाद 1999 में उनका एक भयानक एक्सीडेंट हुआ, जिसके बाद अनु 29 दिनों तक कोमा में रहीं और अपनी याददाशत खो बैठीं।
अनु इन दिनों फिर से कमबैक करने की कोशिश कर रही हैं। वो कई फिल्मों की स्क्रिप्ट पढ़ रही हैं। 1996 में रिलीज हुई देव आनंद स्टारर ‘द रिटर्न ऑफ ज्वैल थीफ’ अनु की आखिरी फिल्म थी।


