
अस्पताल में फर्जी नर्स बनकर आई महिला को किया गिरफ्तार





सवाईमाधोपुर । जिलाअस्पताल के मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में पिछले साल जुलाई महीने में फर्जी नर्स बनकर प्रसव कराने आई एक महिला के जेवर ले जाने के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। मामले से जुड़ी फर्जी नर्स को पुलिस ने कोटा से गिरफ्तार किया।
पुलिस के अनुसार फर्जी नर्स रूकसाना कोटा के लाडपुरा की रहने वाली है। पूछताछ के दौरान फर्जी महिला नर्स ने सवाईमाधोपुर में भी गत वर्ष चोरी करना कबूल किया। तीन दिसम्बर को किया गिरफ्तार फर्जी नर्स बनकर प्रसव कराने आने वाली महिलाओं के जेवर लेकर फरार होने वाली महिला को पुलिस ने गत तीन दिसम्बर को कोटा से गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान महिला ने कोटा, नैनवा सहित सवाईमाधोपुर अस्पताल में भी चोरी करना कबूल किया। इसके बाद महिला को सवाईमाधोपुर सीजेएम कोर्ट में पेश किया। यहां न्यायालय के आदेश के बाद रविवार को आरोपी महिला को भरतपुर जेसी भेजा गया। ये था मामला गत वर्ष 16 जुलाई 2019 को पीडि़ता सूरवाल के ढूंढड़ा निवासी जगदीशी सुबह 11 बजे अपने देवर के साथ जिला अस्पताल केमातृ एवं शिशु अस्पताल के लेबर रूम में डिलेवरी कराने के लिए आई थी। पर्ची दिखाने के बाद जब उसे लेबर रूम में प्रसव के लिए ले जाया गया तो वहां एक महिला अंदर आई और खुद को नर्स बताया। इसके बाद गर्भवती को सोनोग्राफी कराने के लिए ले जाया गया। इस दौरान ठगी महिला ने परिजनों को बाहर ही रोक दिया और अंदर आने से मना कर दिया। इसके बाद नर्स बनकर आई महिला ने अंदर ले जाकर गर्भवती महिला के नाक की नथ व गले से सोने का जंतर सहित अन्य आभूषण उतरवा लिया। इसके बाद मौका देखकर रफूचक्कर हो गई। परिजनों ने बाहर आकर ठगी महिला की इधर-उधर तलाश की लेकिन वह तब तक चंपत हो चुकी थी। घटना के बाद पीडि़ता के देवर ने कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया था।


