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मध्यप्रदेश में बनेगी नई भाजपा सरकार लेकिन होगी कुछ ही दिनों की मेहमान !

भोपाल। मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ ने अपने पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया. सीएम कमलनाथ ने कहा कि वो राज्यपाल को जाकर अपना इस्तीफा दे देंगे. तय है कि इसके बाद भाजपा राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश करेगी लेकिन यह सरकार चलेगी कितने दिन ? यह भी संदेह के घेरे में है। मध्य प्रदेश की राजनीति आज के बाद स्थिर हो जाएगी, अभी इस पर कुछ भी नहीं कहा जा सकता।
मध्य प्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटें हैं। इनमें से 24 सीटें खाली हो चुकी है। कुछ विधायकों के इस्तीफे की वजह से तो एकाध विधायकों के निधन की वजह से. अब कुछ ही दिन में इन 24 सीटों पर उपचुनाव होंगे। भाजपा के पास वर्तमान में कुल 107 विधायक हैं। विधानसभा में बहुमत के लिए भाजपा को 09 और विधायकों की जरुरत पड़ेगी। कहानी सिर्फ 09 सीटों की ही नहीं है। भाजपा के 02 विधायक नारायण त्रिपाठी और शरद कोल खुल्लमखुल्ला कमलनाथ के समर्थन का ऐलान करते रहते हैं। भाजपा अपने इन दोनों विधायकों से परेशान रहती है। अब जबकि इन 24 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होंगे तो भाजपा को हर हाल में इनमें से 11 सीटें जीतनी ही पड़ेंगी। अगर वो ये 11 सीटें नहीं जीत पाएं तो भाजपा की सरकार अल्पमत में आ जाएगी. अब इन 11 सीटों के उपचुनाव परिणामों पर ही मध्य प्रदेश की बनने वाली नई भाजपा सरकार का भविष्य टिका होगा। वहीं बात करें कांग्रेस की तो अगर कांग्रेस इन 24 सीटों में से 16 सीटें जीत लेती है तो मध्य प्रदेश में एक बार फिर से कांग्रेस सरकार आ सकती है।

आज की तारीख में तो संख्या बल के आगे कमलनाथ ने घुटने टेक दिए लेकिन वो इतनी आसानी से मध्य प्रदेश में भाजपा को शासन चलाने देंगे, इसमें शक है क्योंकि कमलनाथ भी राजनीति के चतुर खिलाड़ी हैं। मध्य प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद से इन सभी 24 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए जोर आजमाईश शुरु हो जाएगी. इन उपचुनावों में जोरदार तरीके से धनबल और बाहुबल का प्रयोग किया जाएगा क्योंकि राजनीति में जीत ही अंतिम लक्ष्य होता है। बहरहाल में मध्य प्रदेश में नई भाजपा सरकार का रास्ता साफ हो गया है और अब देखना दिलचस्प होगा कि कौन बनता है सीएम और कौन कौन बनता है मंत्री, क्योंकि मध्य प्रदेश भाजपा में भी वर्चस्व की लड़ाई कांग्रेस से कही भी कम नहीं है।

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