
राजस्थान में एसी बस में लगी भीषण आग, 20 यात्री जिंदा जले, 15 लोग झुलसे; मुख्यमंत्री जैसलमेर पहुुंचे





राजस्थान में एसी बस में लगी भीषण आग, 20 यात्री जिंदा जले, 15 लोग झुलसे; मुख्यमंत्री जैसलमेर पहुुंचे
जैसलमेर। राजस्थान के जैसलमेर में जैसलमेर-जोधपुर हाईवे मंगलवार दोपहर 3.30 बजे चलती एसी स्लीपर बस में आग लग गई। 20 यात्रियों की जिंदा जलने से मौत हो गई। इनमें 19 की जैसलमेर और 79 साल के हुसैन खां की जोधपुर में मौत हुई।
हादसे में 2 बच्चों, 4 महिलाओं समेत 15 लोग झुलस गए। झुलसे यात्रियों को तीन एंबुलेंस से जैसलमेर के जवाहिर हॉस्पिटल लेकर गए। जहां से सभी को जोधपुर रेफर कर दिया।
अधिकांश यात्री 70 प्रतिशत तक झुलसे हैं। बस में 57 लोग सवार थे। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।
कलेक्टर प्रताप सिंह ने बताया कि इस हादसे के बाद बस पूरी तरह से जलकर खाक हो गई थी। बस में बाकी बची सवारियों की बॉडी है।
हादसे का शिकार हुई बस 5 दिन पहले ही खरीदी गई थी। हादसे में मरने वालों की पहचान DNA टेस्ट से होगी। इसके लिए कलेक्टर ने मृतकों के परिजनों से संपर्क करने की अपील की है।
शवों की पहचान के लिए अहमदाबाद प्लेन क्रैश की तरह प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
हादसा जैसलमेर के थईयात गांव के पास हुआ। आग की लपटें और धुआं काफी ऊंचाई तक उठता रहा।
बस रोजाना की तरह दोपहर करीब 3 बजे जैसलमेर से जोधपुर के लिए रवाना हुई थी। करीब 20 किलोमीटर दूर रास्ते में थईयात गांव के पास अचानक बस के पिछले हिस्से में धुआं उठने लगा।
देखते ही देखते आग ने पूरी गाड़ी को अपनी चपेट में ले लिया। बचने के लिए लोग चलती बस से कूद गए। हादसे की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीण और राहगीर मौके पर पहुंचे।
राहत कार्य शुरू किया। लोगों ने दमकल विभाग और पुलिस को सूचना दी।
सीएम मौके पर पहुंचे
सीएम भजनलाल शर्मा मंगलवार देर रात जैसलमेर पहुंचे। वे सीधे आर्मी केंट एरिया पहुंचे।
20 लोगों के मौत की पुष्टि
बस हादसे में जिंदा जले लोगों के शवों को देखकर रूहकांप गई।
कलेक्टर बोले- जिन यात्रियों की मौत हुई उनके परिजन हेल्पलाइन पर संपर्क करें
कलेक्टर प्रताप सिंह ने बताया कि हादसे में झुलसे 16 लोगों को जोधपुर रेफर कर दिया गया है। उन्होंने इस हादसे में मृतकों के परिवार के प्रति गहरी संवेदना जताई है। कलेक्टर कहा- मैं मृतक यात्रियों के परिजनों से अपील करता हूं कि वे इनकी पहचान के लिए जिला प्रशासन की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर पर कॉन्टैक्ट करें।

