
डंपर से कुचलकर 15 लोगों को मारने में बड़ा खुलासा, कमेटी ने कलेक्टर को सौंपी रिपोर्ट, 6 अधिकारी दिल्ली तलब



डंपर से कुचलकर 15 लोगों को मारने में बड़ा खुलासा, कमेटी ने कलेक्टर को सौंपी रिपोर्ट, 6 अधिकारी दिल्ली तलब
जयपुर। जयपुर में हरमाड़ा हादसे में हुई 15 मौतों के कारणों की जांच के लिए कलेक्टर की ओर से बनाई गई 6 सदस्यों की कमेटी ने 10 दिन बाद अपनी रिपोर्ट सौंपी। हादसे का सबसे प्रमुख कारण डम्पर ड्राइवर का नशे में होना माना है। साथ ही ट्रैफिक पुलिस के नदारद रहने को भी इस हादसे के प्रमुख कारणों में शामिल किया है।
वहीं, राजस्थान में बढ़ते सड़क हादसों को लेकर सुप्रीम कोर्ट की ओर से बनाई गई रोड सेफ्टी कमेटी ने मामले को गंभीर मानते हुए मुख्य सचिव समेत 6 अधिकारियों को तलब किया है।
दरअसल, 3 नवंबर को दोपहर को हुए डंपर हादसे मं 15 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद जयपुर कलेक्टर ने हादसे की जांच के लिए कमेटी गठित की थी। इसमें एडीएम साउथ, आरटीओ जयपुर, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जयपुर (पश्चिम), अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जयपुर (ट्रैफिक), अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी, एसडीओ रामपुरा डाबरी और परियोजना निदेशक NHAI को शामिल किया गया।
इस कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में हादसे के पीछे डंपर चालक की शराब के नशे में लापरवाही और ट्रैफिक पुलिस की अनुपस्थिति को प्रमुख कारण बताया है। हालांकि कमेटी ने इस दुर्घटना के पीछे जिम्मेदार ड्राइवर को ही माना है। इस पर समिति ने तत्काल सुधार करने की सिफारिश की है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।
राजस्थान में लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों को लेकर सुप्रीम कोर्ट रोड सेफ्टी कमेटी ने गंभीर चिंता जताई थी। पिछले एक महीने में जयपुर, फलोदी और जैसलमेर-जोधपुर के तीन बड़े हादसों में 54 से अधिक लोगों की मौत के बाद अब कमेटी ने सीधे हस्तक्षेप किया है।
समिति के चेयरमैन जस्टिस अभय मनोहर सप्रे ने 19 नवंबर को दिल्ली में एक हाई-लेवल बैठक बुलाई है। बैठक में राज्य सरकार के चीफ सेक्रेटरी के अलावा ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के सचिव, एसीएस पीडब्ल्यूडी, प्रमुख शासन सचिव हेल्थ डिपार्टमेंट, महानिदेशक यातायात पुलिस, क्षेत्रिय अधिकारी NHAI और अतिरिक्त ट्रांसपोर्ट कमिश्नर को तलब किया है।




