
राजस्थान राज्य अभिलेखागार के कार्यवाहक निदेशक को लेकर डिप्टी सीएम को लिखा पत्र, कहा- अभिलेखागार की साख पर पड़ रहा प्रभाव




खुलासा न्यूज, बीकानेर। बीकानेर स्थित राजस्थान राज्य अभिलेखागार के कार्यवाहक निदेशक डॉ. नितिन गोयल को लेकर राजस्थान राज्य कर्मचारी संघ ने डिप्टी सीएम दीया कुमारी को पत्र लिखा है। जिसमें बताया कि बीकानेर स्थित राजस्थान राज्य अभिलेखागार का हमारे इतिहास से जुड़े दस्तावेजों के लिहाज से एक विशेष महत्व है और समय-समय पर राज्य सरकारों ने इनके संवर्धन और इतिहास के संरक्षण को लेकर इस अभिलेखागार का काफी ध्यान दिया, लेकिन वर्तमान में निदेशक का चार्ज संभाल रहे डॉ. नितिन गोयल को लेकर वर्तमान में अभिलेखागार में कई तरह की परेशानियां खड़ी हो गयी है। जिसमें न सिर्फ राजकार्य बाधित हो रहा है बल्कि अभिलेखागार की साख पर भी प्रभाव पड़ रहा है। पत्र में बताया कि अभिलेखागार के कर्मचारी के साथ भी कार्यवाहक निदेशक का व्यवहार उचित नहीं है और उसको लेकर पूर्व में भी अभिलेखागार कर्मचारी संघ ने डिप्टी सीएम को पत्र प्रेषित किया, लेकिन कोई कार्यवाही या उस पत्र का जवाब नहीं आया। पत्र में बताया कि हाल ही में एक महिला रिसर्च स्कॉलर अपने शोध कार्य के लिये अभिलेखागार में आती रहती है, इस रिसर्च स्कॉलर ने अपने शोध के दौरान कार्यवाहक निदेशक के खिलाफ पुलिस में उत्पीडऩ की शिकायत भी दर्ज करवायी है, जिसकी सूचना भी डिप्टी सीएम और मुख्य शासन सचिव कला एवं संस्कृति विभाग जयपुर को दी गई, लेकिन उस पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया।
पत्र में बताया कि वर्तमान में कार्यवाहक निदेशक का पदभार संभाल रहे डॉ. नितिन गोयल का मूलपद पूरालेखपाल है, जो कि राजपत्रित पद नहीं है, बावजूद उसके उन्हें निदेशक का कार्यभार सौंपा गया है। इनके पद का राजपत्रित कहीं भी गजेटियर में साया नहीं है। एक विभागीय व्यवस्था के लिये इन्हें राजपत्रित माना गया है जबकि विभाग में इनसे वरिष्ठ कई अधिकारी है जो लंबा अनुभव रखते है और उनसे ज्यादा विभाग में कई अनुभवी है और उनसे अनुभव से अभिलेखागार विभाग को ज्यादा लाभ होगा और विभाग और ऊंचाईयां की ओर अग्रेषित होगा।
पत्र में लिखा कि अभिलेखागार का महत्व हमारे इतिहास से जुड़ा है और इसका संवर्धन और आने वाली पीढ़ी तक हमारे इतिहास की जानकारी पहुंचे इसके लिये अभिलेखागार का नेतृत्व कुशल हाथों में होना जरूरी है।
पत्र में संघ ने सुझाव दिया कि वर्तमान में निदेशक का पद विभागीय स्तर पर कार्य व्यक्ति या अधिकारी को दिया जाता है, लेकिन यदि कोई व्यक्ति लंबे समय तक एक पद पर रहे तो अपना तानाशाही रूख अपनाने लगता है जिससे विभाग में कार्य करने का माहौल अनुकूल नहीं रहता।
पत्र में मांग की गई कि राजस्थान राज्य अभिलेखागार के निदेशक का पद राजस्थान राज्य प्रशासनिक सेवा में शामिल किया जाकर राजस्थान प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी को इसका दायित्व दिया जाए।


