
श्रीकोलायत में निकली विराट हिन्दू धर्मयात्रा,बड़ी तादाद में युवा एवं मातृशक्ति रही शामिल






श्रीकोलायत। रामनवमी के अवसर पर उपखंड मुख्यालय पर विराट हिन्दू धर्मयात्रा निकाली गई जिसमें हजारों लोगों ने शामिल होकर यात्रा को वास्तव में विराट बना दिया।धर्मयात्रा में पूर्व प्रधान भाजपा नेता जयवीरसिह भाटी, क्रांति फाउंडेशन, एबीवीपी, भाजयुमो, भाजपा, विहिप, आरएसएस सहित तमाम हिन्दू एवं राष्ट्रवादी संगठनों की सक्रिय भूमिका रही।हिन्दू धर्मयात्रा की शुरुआत भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर सर्किल पर उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण कर पूर्व प्रधान जयवीरसिह भाटी ने हिन्दू धर्म की महानता एवं समानता का सार्वजनिक सन्देश दिया।यात्रा अंबेडकर सर्किल से शुरू होकर, रेलवे स्टेशन से होती हुई, मेघवालों का मोहल्ला, बिश्नोई धर्मशाला, बिचला बास, उपरला बास, जाटों के मोहल्ले से होते हुए, राजपूत विश्राम गृह से होते हुए, पंचायत समिति से होते हुए, पूर्व सांसद महेंद्रसिंह भाटी सर्किल पहुंची जहां पर पहले से मौजूद पूर्व प्रधान जयवीरसिह भाटी, श्रीकोलायत सरपंच एसोशिएशन, तमाम सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, जिला परिषद सदस्यों सहित सभी जनप्रतिनिधियों ने बस पर चढक़र हजारों युवाओं पर गुलाब के पुष्प से पुष्प वर्षा की। वहां से यात्रा होते हुए आदर्श कॉलोनी, मुख्य बाजार होते हुए कपिल मुनि मन्दिर के मुख्य घाट पर पहुंची।
वहां पर सजी राम दरबार की झांकी की आरती पूर्व प्रधान जयवीरसिह भाटी ने पूरे विधानसभा क्षेत्र की तरफ से की और आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।
आरती के बाद पूर्व प्रधान जयवीरसिह भाटी ने हजारों युवा एवं मातृशक्ति को सम्बोधित करते हुए कहा कि हिन्दू महान धर्म है, जिसमें श्रीराम ने लाखों बरसों पहले सबरी के जूठे बेर खाकर समानता का सन्देश दिया था, हमारा धर्म शांति, सद्भाव एवं सौहार्द को बढाने वाला है, यह वीरों की भूमि है, यह अर्पण की तर्पण की भूमि है यह यात्रा लोगों को जोडऩे के लिए है और यह हर वर्ष जारी रहेगी।
इस मौके पर क्रांति फाउंडेशन के किशोर पुरोहित, गणेशमल पंचारिया, मंगेजसिंह हाडला, जयसिंह भाटी, करणाराम कुम्हार, नरसी पंचारिया, रमेश पुरोहित, किशन सिंह भाटी, सुमेरसिंह भाटी, पूर्व पार्षद भंवरलाल उपाध्याय, भोलासर सरपंच पवन जोशी, देह सरपंच गजजेसिंह देवड़ा, दियातरा सरपंच शिवसिंह, गजनेर सरपंच जेठाराम, पूर्व सरपंच गोपालराम, खारी सरपंच राजूराम, पूर्व सरपंच चानी मनोहरसिंह, ललित रामावत, बलदेव गहलोत, गोवद्र्धन नाई, युद्धवीरसिंह भाटी, ओमप्रकाश खारी, डूंगरसिंह तेहनदेसर सहित कई मुख्य लोगों ने सक्रिय भागीदारी निभाई


