
22 वर्षीय युवक की जेसीबी की चपेट में आने से हुई दर्दनाक मौत, ग्रामीणों ने किया जमकर प्रदर्शन, प्रशासन व परिजनों के बीच हुई सहमति





22 वर्षीय युवक की जेसीबी की चपेट में आने से हुई दर्दनाक मौत, ग्रामीणों ने किया जमकर प्रदर्शन, प्रशासन व परिजनों के बीच हुई सहमति
बीकानेर। जिले के छत्तरगढ़ थाना इलाके के बरजू गांव के पास 765 केवी जीएसएस निर्माण कार्य के दौरान एक श्रमिक सुभान खां पुत्र महबूब खां (22 वर्ष) निवासी केला की जेसीबी की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई जिसको लेकर ग्रामीणों में भारी रोष व्याप्त हो गया। शुक्रवार को सुबह से ही ग्रामीण जीएसएस निर्माण स्थल की ओर उमडऩे लगे और 10 बजे अपार जनसमूह जीएसएस निर्माण कार्य गेट के आगे प्रदर्शन करने लगे। वाकये की सूचना मिलने पर कामरेड जेठाराम, पूर्व कैबिनेट मंत्री गोविंद राम मेघवाल, पीर रफीक शाह भी मौके पर पहुंच गये। मृतक के परिजनों को एक करोड़ रुपए नगद, मृतक के परिजनों के दो सदस्यों को पावर ग्रिड कॉरपोरेशन लिमिटेड कंपनी में नौकरी देने की मांग को लेकर जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करीब 6 घंटे लगातार चला रहा। इस दौरान पावर ग्रिड कॉरपोरेशन लिमिटेड कंपनी व केसीसी कार्य एजेंसी-बीएचईएल कंपनी के अधिकारियों ने वार्ता के लिए आंदोलनकारी वार्ता के तीन दौर चले करीब 3:30 बजे वार्ता सफल हुई वह आंदोलन समाप्त किया गया। धरना प्रदर्शन में ये रहे हरावल पूर्व कैबिनेट मंत्री गोविंद राम मेघवाल, कोमरेड जेठाराम लाखूसर, पीर रफीक शाह, सरपंच बराला गिरधारी बांदडा, फैयाज हुसैन, मुमताज खान, असगर अली पूर्व सरपंच कैला, रजाक शाह जलालसर, बरकत अली पडियार सरपंच सर, तालिब खान केला, प्रेमनाथ, इकबाल खान, जीवन
खान राजासर भाटियान, सफी खां, कालू सिंह भाटी, सहित सैकड़ों लोग समलित हुवे। इन गांवो से ग्रामीण पहुँचे राजासर, केला, बरजू, बराला, सरदारपुरा लाखूसर मोतीगढ़, नूरसर जलालसर। ये अधिकारी घटनास्थल पहुंचे पूगल तहसीलदार अशोक पारीक, छरगढ़ थाना थाना प्रभारी भजनलाल, सहायक उपनिरीक्षक गोविंद सिह भाटी, पूगल थाने के सहायक उप निरीक्षकहरजीराम बारोटिया दोनों थानों का पुलिस जाप्ता, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन लिमिटेड कंपनी अमल भट्ट, बीएचईएल शिव कुमार, पीजीसीएल कपनी से अंकित भास्कर कपनी, शेखर कुमार सहित अधिकारी व कार्य एजेंसी का संबंधित ठेकेदार वार्ता में समिलित हुए। इन मांगों पर हुई सहमति ग्रामीणों द्वारा 6 घंटे लगातार धरना प्रदर्शन चलता रहा इस दौरान प्रतिनिधिमंडल से तीन दफा वार्ता हुई अंत में 3:30 बजे वार्ता सफल हुई जिसमें मृतक के परिजनों में दो सदस्यों को पावर ग्रिड कॉरपोरेशन कंपनी में नौकरी, एक को श्रमिक दूसरे को चौकीदार व कुल 40 लाख रुपए मुआवजा मृतक के परिजनों को देने पर मृतक के परिजनों ने सहमति जताई। पूर्व कैबिनेट मंत्री गोविंद राम मेघवाल व पीर रफीक शाह को सहमति की सूचना परिजनों दी जिससे ग्रामीण के संघर्ष से मिली मदद से परिजन सहमत होने पर आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की गई। मृतक के शव का पोस्टमार्टम बीकानेर मोर्चरी में करवाने के लिए रवाना हुए।


