
सरकारी नौकरी के नाम पर लिए 2 लाख,कोचिंग संचालक के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज





झुंझुनू । झुंझुनू में कोचिंग क्लास संचालक के खिलाफ सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर लाखों की ठगी का मामला कोतवाली थाने में दर्ज हुआ है। कोतवाली एसएचओ सुरेंद्र देगडा ने बताया कि मलसीसर थाना इलाके में रहने वाले कैलाश चंद्र ने कोतवाली थाने में कोचिंग संचालक जय गणेश सोनी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। कैलाश ने रिपोर्ट में बताया कि उसकी जान पहचान झुंझुनूं जिले के शीथल गांव के रहने वाले मुरारी लाल से हुई थी। मुरारी लाल ने बताया कि झुंझुनूं के हाउसिंग बोर्ड इलाके में उन्नति गारमेंट और उन्नति क्लासेज के कोचिंग सेंटर संचालक जय गणेश सोनी उसका अच्छा मित्र है। मुरारी लाल ने कैलाश को बताया की जय गणेश सोनी ने कई बच्चों को कोचिंग क्लास के माध्यम से पैसे लेकर सरकारी नौकरी लगवाई है। मुरारी की बात सुनकर कैलाश चंद्र ने मुरारीलाल से अपने भतीजे की सरकारी नौकरी लगवाने की बात कही।इस पर मुरारीलाल ने कैलाश की मुलाकात कोचिंग संचालक जय गणेश सोनी से उसके कोचिंग सेंटर पर करवा दी।मुलाकात के दौरान जय गणेश सोनी ने बताया कि उसकी आरपीएससी और राजस्थान चयन बोर्ड में बड़े अधिकारियों से अच्छी सांठगांठ है। उसने बताया कि मैंने रुपए लेकर मेरी कोचिंग के कई बच्चों को सरकारी नौकरी में सिलेक्शन करवाना है।कोचिंग संचालक जय गणेश सोनी ने कोचिंग के प्रोस्पेक्टस में छपी कई बच्चों की फोटो दिखा कर कहा कि इन सब बच्चों की मैंने सरकारी नौकरी में 8 लाख से 15 लाख रुपए लेकर सिलेक्शन करवाया है।
सरकारी नौकरी नहीं लगा पाया तो पैसे वापस—कोचिंग संचालक
कोचिंग संचालक ने कहा कि अगर किसी के जानकार बच्चे हो तो सरकारी नौकरी गारंटी से लगा दूंगा।जयगणेश ने कहा कि अगर किसी की सरकारी नौकरी नहीं लगा पाया तो पैसे तुरंत लौटा दूंगा।इस पर पीडि़त कैलाश कोचिंग संचालक के झांसे में आ गया और अपने भतीजे संदीप की सरकारी नौकरी के लिए दिसंबर 2019 में कोचिंग संचालक जय गणेश को 2 लाख रुपये दे दिए।उसके बाद जय गणेश ने राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड का 19 जून 2020 का एक पत्र पीडि़त को दिया। जय गणेश ने पत्र देते हुए कहा कि उसके भतीजे की चयन प्रक्रिया चल रही है और अब दस्तावेज सत्यापन का काम ही बाकी है। पीडि़त कैलाश ने इस पत्र के बारे में पता किया तो जय गणेश सोनी द्वारा दिया गया राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड का पत्र फर्जी निकला।पता करने पर जानकारी मिली कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने ऐसी कोई सूची और पत्र जारी नहीं किया है।
परेशान होकर पीडि़त पहुंचा थाने
धोखाधड़ी का पता चलने पर पीडि़त कैलाश चंद्र ने जय गणेश सोनी का पैसे लौटाने के लिए कहा मगर जय गणेश ने पैसे नहीं लौटाए और जल्दी ही पैसे लौटाने की बात बोल कर टरकाता रहा। आखिर में परेशान होकर पीडि़त कैलाश चंद्र ने कोतवाली थाने में कोचिंग संचालक जय गणेश सोनी के खिलाफ सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज करवाया है। कोतवाली थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।


