
570 किलो सरसों के बीज किए जब्त,बिना अनुमति बेच रहे थे बीज






हनुमानगढ़। जिले के पल्लूू क्षेत्र के गांव दनियासर-सीरासर में अवैध रूप से सरसों के बीज की बिक्री करते हुए तीन लोगों को ग्रामीणों ने पकड़ कर कृषि विभाग के अधिकारियों के हवाले कर दिया। इसके बाद कृषि विभाग के अधिकारियों ने दस्तावेजों की जांच पड़ताल के बाद स्थानीय थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है। पकड़े गए लोगों के पास से दो अलग-अलग ब्रांड के सरसों के 570 किलोग्राम बीज की थैलियां मिली हैं।जानकारी के अनुसार सीरासर व दनियासर गांवों में सोमवार को कुछ लोग एक गाड़ी में सरसों का बीज भरकर किसानों के घर घर जाकर बेच रहे थे। इनसे पता पूछने पर एग्री सुपर सीड हरियाणा के कर्मचारी बताया और बीज अन्य बीजों के मुकाबले आधे रेट का होने का लालच देकर किसानों को सरसों का बीज बेच रहे थे। ऐसे में शक होने पर कृषि विभाग को सूचना दी गई तो कृषि विभाग की टीम ने गाड़ी चालक सहित तीन जनों मोहित अग्रवाल पुत्र गोविंद अग्रवाल, रविंद्र कुमार निवासी हिसार हरियाणा और रामदेव चौधरी पुत्र केसराम निवासी दलूसर सरदार शहर को पल्लू थाने ले जाकर पूछताछ की। थाने में ये लोग संबंधित कागजात पेश करने में असमर्थ रहे तो उनको कृषि विभाग ने एक नोटिस देकर एक घंटे में जरूरी कागजात देने की बात कहीं। इसके बाद भी कागजात पेश नहीं करने पर विभाग ने उन पर किसानों के साथ धोखाधड़ी करने एवं अवैध बीज बेचने के जुर्म में शिकायत दी है।
आधे रेट में देते है बीज
जानकारी के अनुसार जब्त किए गए बीज की थैलियों पर एग्री सुपर सीड्स कंपनी के दो वैरायटी स्वर्ण और बुलेट के नाम का लोगो लगा हुआ था। इस पर 850 रुपए प्रिंट है, मगर ये लोग किसानों को आधे से कम यानी 400 रुपए में एक किलो की थैली बेच रहे थे। किसानों के अनुसार हर साल इसी तरह गांवों में घूमकर बीज का कारोबार करते है और किसान सस्ते के चक्कर में इनके लालच में फंस जाता है। पल्लू पेस्टीसाईड एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश बिजारणियां ने बताया कि इनके फेर में किसान आ जाते है। मगर फसलों की बिजाई के बाद हालात खराब हो जाते है। वहीं, सहायक कृषि अधिकारी ओम प्रकाश सुथार ने बताया कि बिना बिल किसी से भी खाद, बीज या पेस्टीसाइडस नहीं खरीदे। कोई ऐसा करता है तो तुरंत कृषि विभाग को अवगत करवाए। उसे कोई नुकसान हो सकता है एवं फसलों से वंचित रहना पड़ सकता है।
पेस्टीसाइडस यूनियन का विरोध
मामले की जानकारी लगते ही पल्लू की पेस्टीसाइडस यूनियन हरकत में आ गई और अपना विरोध दर्ज कराते हुए बताया कि यहां बाहर के लोग फर्जी बीज किसानों को देते है और किसान की फसल खराब होने के बाद स्थानीय पेस्टीसाइड डीलर्स की बदनामी होती है। ऐसे में कृषि विभाग से अवैध बिक्री करने वाले लोगों पर सख्ती से कार्रवाई करने की बात कहीं।


