
प्रवेश पत्रों में गलतियों के कारण पूरक परीक्षा से वंचित रहे स्टूडेंट्स का वेरिफिकेशन होगा






बीकानेर। प्रवेश पत्र में गलतियां होने से पूरक परीक्षा से वंचित स्टूडेंट्स के लिए राहत भरी खबर है। केंद्र सरकार ने उन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति दे दी है। नोडल आईटीआई के प्रिंसिपल प्रवेश पत्र वेरिफाई करेंगे। आईटीआई के इस बार कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट हो रहे हैं। केंद्र ने इसके लिए एनएसईआईटी नामक कंपनी को अधिकृत किया है। पहले चरण की ऑन लाइन परीक्षा 23 से 26 सितंबर तक हुई थी, लेकिन बीकानेर में करीब 20 छात्र परीक्षा देने से वंचित रहे गए। क्योंकि उनके प्रवेश पत्रों में गलतियां थीं।
प्रदेशभर में ऐसे छात्रों की संख्या 3615 और देश में 28529 है। कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय, प्रशिक्षण महानिदेशालय ने ऐसे स्टूडेंट्स को परीक्षा में शामिल करने के आदेश दे दिए हैं। सभी स्थानों पर नोडल आईटीआई प्रिंसिपल प्रवेश पत्रों का सत्यापन करेंगे। उसके बाद ही रिजल्ट घोषित किया जाएगा। दरअसल वंचित स्टूडेंट्स 2018 के हैं। ऑन लाइन प्रवेश के समय तकनीकी गड़बड़ी के कारण फोटो मिसमैच हो गए। नामों में स्पेलिंग मिस्टेक थी। स्टूडेंट्स की मुख्य परीक्षा तो ऑफ लाइन हो गई। अब ऑन लाइन पूरक परीक्षा में समस्या आ रही है। फैडरेशन फॉर प्राइवेट आईटीसी राजस्थान के सुभाष मित्तल और विनोद धानूका ने केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को पत्र लिखकर इस समस्या से अवगत कराया। मित्तल ने बताया कि केंद्रीय मंत्री के प्रयास के बाद महानिदेशालय से आदेश जारी किए गए हैं। इससे वंचित स्टूडेंट्स को बड़ी राहत मिलेगी। वे दूसरे चरण में परीक्षा दे सकेंगे।


