स्कूल में हुई पिटाई के बाद आत्महत्या कर लेने के मामले में दो गांव हुए आमने सामने

स्कूल में हुई पिटाई के बाद आत्महत्या कर लेने के मामले में दो गांव हुए आमने सामने

बीकानेर। गांव मिंगसरिया निवासी 16 वर्षीय बच्चे की स्कूल में हुई पिटाई के बाद आत्महत्या कर लेने के मामले में गांव मिंगसरिया एवं धर्मास के ग्रामीण आमने सामने गुटों में बंटे नजर आ रहे है। गांव मिंगसरिया जहां का बच्चा निवासी था वहां के ग्रामीण उसकी पिटाई करने वाले शिक्षकों पर कठोरार्यवाही की मांग कर रहे है वहीं दूसरी और गांव धर्मास जहां वह पढ़ता था वहां के ग्रामीण शिक्षकों के सर्मथन में आकर उन्हें निर्दोष घोषित कर रहे है। सोमवार के गांव मिंगसरिया में ग्रामीणों की आम बैठक कर दोषी शिक्षको पर कार्यवाही की मांग पर गांव के रामावि में अपने बच्चों को नहीं भेजने एवं सामूहिक शिक्षा बहिष्कार की घोषणा के बाद मंगलवार को रामावि मिंगसरिया में सन्नाटा पसरा रहा एवं एक भी विद्यार्थी स्कूल नहीं आया। वहीं धर्मास गांव राउमावि के विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति से जुडे वरिष्ठ ग्रामीण मंगलवार को श्रीडूंगरगढ़ थाने पहुंचें।
करीब 20-25 वयोवृद्ध ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल ने थाने में थानाधिकारी से मुलाकात की एवं प्रकरण में आरोपी राउमावि धर्मास के वरिष्ठ अध्यापक विरेन्द्र कुमार को निर्दोष बताया। ग्रामीणों ने ज्ञापन में प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर शिक्षक विरेन्द्र को आरोपमुक्त करने की मांग की एवं प्रकरण में अवांछित तत्वों की भागीदारी होने के कारण विद्यालय के कार्मिकों को सुरक्षा देने की मांग भी की गई है।

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