
राजस्थान के तीन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी






जयपुर। जयपुर और अजमेर की लाइफ लाइन बीसलपुर बांध का जलस्तर बढक़र 310.84 आरएल मीटर पर पहुंच गया है। बढ़ी बात यह है कि बांध के भराव क्षेत्र में बह रही त्रिवेणी नदी का जलस्तर फिर से बढ़ रहा है। यह पिछले 24 घंटे के दौरान 3.40 मीटर से 3.50 मीटर पर आ गया है।
ऐसे में उम्मीद है कि अगले कुछ दिन तक भीलवाड़ा, चित्तौड़ और उदयपुर में भारी बारिश की चेतावनी की चलते बांध में पानी की आवक जारी रहेगी और जयपुर व अजमेर सहित अन्य स्थानों के लिए सालभर के पानी का इंतजाम हो जाएगा। इस मानसून 15 अगस्त तक बांध का जलस्तर 310.82 आरएल मीटर पर आ गया था, लेकिन बारिश नहीं होने से जलस्तर लगातार गिरता रहा। लेकिन अब त्रिवेणी के चलने के कारण यह 310.84 आरएल मीटर पर आ गया है जो इस मानसून अब तक का सबसे ज्यादा है।
जलदाय विभाग के अनुसार मानसून की अच्छी बरसात के चलते बांध के जलस्तर में पिछले 24 घंटे के दौरान 2 सेंटीमीटर पानी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सप्ताहभर से त्रिवेणी बहने के कारण बांध में 25 सेंटीमीटर पानी की आवक हो चुकी है इस पानी से एक माह तक जलापूर्ति की जा सकती है। बांध में लम्बे इंतजार के पानी की आवक शुरू हुई है। बांध के भराव क्षेत्र में बह रही त्रिवेणी नदी की ऊंचाई बढक़र 3.50 मीटर पर आ गई है।
इस मानसून अब तक का सबसे ज्यादा जलस्तर
जल संसाधन विभाग की माने तो बीसलपुर बांध में 28 जुलाई से पानी की आवक शुरू हुई थी और 12 अगस्त तक लगातार पानी आता रहा। 15 अगस्त तक बांध का जलस्तर 310.82 आरएल मीटर पर बना रहा जो 16 अगस्त को घटकर 310.81 आरएल मीटर पर आ गया है। उसके बाद से ही बांध का जलस्तर लगातार कम होता चला गया। 10 सितंबर को चित्तौड़ और भीलवाड़ा में अच्छी बारिश के चलते भराव क्षेत्र में बह रही त्रिवेणी का पानी बीसलपुर तक पहुंचा और बांध में पानी की आवक शुरू हो गई। त्रिवेणी से लगातार पानी की आवक हो रही है, जिसके चलते 16 सितंबर सवेरे जलस्तर 310.84 आरएल मीटर हो गया है। जलदाय विभाग का कहना है कि बांध काा जलस्तर 312.50 आरएल मीटर पर आते ही जयपुर, अजमेर सहित अन्य जिलों के लिए एक साल के पानी का इंतजाम हो जाएगा।
तीसरी बार टाला कटौती का निर्णय
जलदाय विभाग ने बीसलपुर से पानी की राशनिंग शुरू कर रखी है, लेकिन त्रिवेणी से पानी की आवक होने के कारण जलदाय अधिकारियों ने बांध से बढ़ाने कें संबंध में प्रस्तावित बैठक को तीसरी बार टाला है। अधिकारियों का कहना है कि भीलवाड़ा और चित्तौड़ में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए कटौती का निर्णय टाला गया है। मौसम विभाग की माने तो राजस्थान में 22 सितंबर तक बाारिश का दौर जारी रहेगा और ऐसे में बांध में पानी की आवक लगातार जारी रह सकती है।
17 से तेज होगी मानसून की गतिविधियां
मौसम विभाग की माने तो बंगाल की खाड़ी से आगे बढ़ा कम दबाव का क्षेत्र फिलहाल मध्य प्रदेश पर ही असर दिखा रहा है। राजस्थान पर इसका असर 17 सितंबर से दिखना शुरू होगा, जो 20 सितंबर तक जारी रह सकता है। माना जा रहा है कि 18 से 20 सितंबर तक पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है।


