
बीकानेर एसीबी ने ठेकेदार को किया गिरफ्तार, सर्च में मिले कागजात, होंगे खुलासे





खुलासा न्यूज, बीकानेर। सहकारिता में रिश्वत का बोलबाला है। एसीबी लगातार बड़ी कार्यवाही कर रही है। शुक्रवार शाम पूर्व कर्मचारियों सहित तीन को गिरफ्तार किया। शनिवार शाम को एसीबी एएसपी रजनीश पूनिया ने ठेकेदार किशन को गिरफ्तार किया। इन सभी चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। जहां न्यायाधीश ने तीन दिन आरोपियों को पुलिस रिमांड पर भेजा है।पुलिस ने इन चारों को अदालत में पेश करके रिमांड मांगी गई है ताकि कब्जे में ली गई फाइलों से कुछ और कारगुजारियां सामने आ सके। एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रजनीश पूनिया ने बताया कि पिछले लंबे अर्से से सहकारिता विभाग के केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड श्रीगंगानगर के प्रबंध निदेशक मंगतराम खन्ना उर्फ एमआर खन्ना के खिलाफ शिकायत मिल रही थी कि वो किसी भी काम में रिश्वत लिए बगैर काम नहीं करते। तकनीकी रूप से उन पर नजर रखी गई। जिसमें तथ्य मिले कि वो रिश्वत को लेनदेन करते हैं। उनके साथ के उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां नौरंगलाल बिश्नोई और बीकानेर ऑफिस का पूर्व कर्मचारी वली मोहम्मद शामिल है। वली मोहम्मद सहायक प्रशासनिक अधिकारी पद से रिटायर हुआ था लेकिन काम के अनुभव के कारण वो लगातार ऑफिस आ रहा था। जिस मामले में खन्ना, बिश्नोई और वली मोहम्मद को गिरफ्तार किया गया है, वो चूरू से जुड़ा हुआ है। किसन खिलेरी नामक प्राइवेट कांट्रेक्टर ने कोई काम चूरू क्रय विक्रय सहकारी समिति के लिए किया था। जिसके भुगतान के लिए वो लगातार चक्कर काट रहा था लेकिन भुगतान नहीं किया गया। इस भुगतान के लिए मंगतराम खन्ना, नौरंगलाल बिश्नोई और वली मोहम्मद तीनों ने रिश्वत की मांग रखी थी। रिश्वत की राशि मांगने का रिकार्ड ्रष्टक्च को मिल गया। इस पर तीनों को एक साथ गिरफ्तार कर लिया गया है। इन तीनों के घर पर ब्यूरो ने सर्च किया गया। इस दौरान घरों से कई फाइलें मिली है। जिसमें पहले हुए कार्यों का भुगतान रोकने, अनियमित कार्य करने के प्रमाण मिले हैं। एसीबी ने फिलहाल किशन खिलेरी के मामले में कार्रवाई शुरू की है लेकिन आने वाले दिनों में अन्य मामलों से भ्ज्ञी पर्दा उठ सकता है। एसीबी ने श्रीगंगानगर से एमआर खन्ना, चूरू से नौरंगलाल बिश्नोई और बीकानेर से वली मोहम्मद को गिरफ्तार करने के बाद इनके ऑफिस और घर पर कागजातों की छानबीन की। खन्ना और बिश्नोई के घर से मिले कागजात के आधार पर उनकी सम्पत्ति पर भी सवालियां निशान लग रहे हैं।

