
भाजपा नेता की कंपनी बनवा रही यूआईटी की कॉलोनी







भीलवाड़ा। नगर विकास न्यास के हरणी खुर्द स्थित मुख्य मंत्री जन आवास योजना पर अभी तक बीस करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद पांच साल में एक भी आवास रहने लायक नहीं बन सका। ऐसे में न्यास भी अभी तक कॉलोनी के अधिग्रहण से हाथ खिंचे हुए है। आवासीय योजना क्षेत्र का काम जिला भाजपा के ही वरिष्ठ नेता की कम्पनी संभाले हुए है।
शहर में अल्प वेतन भोगी परिवारों को रियायती दर पर स्वयं का आशियाना दिलवाने के लिए नगर विकास न्यास ने राज्य सरकार की मुख्यमंत्री जन आवास योजना के तहत हरणी खुर्द में वर्ष 2016 में निर्माण कार्य शुरू किया। तिमंजिला आवासीय कॉलोनी में आर्थिक दृष्टिकोण से कमजोर वर्ग व अल्प आय वर्ग के लिए कुल 848 आवास बनें है। यहां सभी आवासों का आवंटन लॉटरी के जरिए हो चुका है। लेकिन पांच साल में यहां एक भी आवास का निर्माण रहने की स्थिति में नहीं हो सका।
102 ने कब्जे नहीं लिए
न्यास योजना क्षेत्र में अभी भी बीस फीसदी निर्माण कार्य बाकी है। अधूरे निर्माण कार्य से यहां 102 आवंटियों ने तो कब्जे ही नहीं लिए, जबकि अधिकांश ने पूरी राशि ही जमा नहीं कराई। यहां केवल 253 आवंटी ही तय राशि जमा करा सके है।
भाजपा नेता देख रहे काम
जानकारी के अनुसार अहमदाबाद की निर्माता एजेंसी भीलवाड़ा के ही वरिष्ठ भाजपा नेता की स्थानीय कंपनी के जरिए यह संपूर्ण निर्माण कार्य करवा रही है। आवासीय योजना क्षेत्र का कार्य पूर्ण नहीं होने के बावजूद राजनीतिक दबाव के चलते न्यास निर्माता कंपनी को 24 करोड़ में से बीस करोड़ का भुगतान कर चुकी है। जबकि चार करोड़ का भुगतान जल्द करवाने के प्रयास है।
जिला प्रभारी सचिव आज करेंगे समीक्षा
मुख्यमंत्री जन आवास योजना हरणी खुर्द में पांच साल निर्माण कार्य के बावजूद एक भी आवास रहने लायक नहीं होने तथा कई आवासों में घटिया निर्माण की शिकायतें सामने आने से न्यास ने भी अभी तक योजना क्षेत्र का अधि$ग्रहण नहीं किया है। जिला प्रमुख शासन सचिव एवं जिला प्रभारी सचिव कुंजी लाल मीणा के बुधवार को प्रस्तावित भीलवाड़ा यात्रा एवं हरणी व नेहरू विहार योजना के समीक्षा को देखते हुए नगर विकास न्यास सचिव अजय आर्य व अधीक्षण अभियंता संजय माथुर ने अभियंताओं की टीम के साथ मंगलवार को हरणी खुर्द योजना क्षेत्र का जायजा लिया।
सचिव ने धीमे निर्माण पर जताई नाराजगी
हरणी खुर्द में निरीक्षण के दौरान निर्माण कार्य की धीमी गति पर आर्य ने निर्माता कंपनी के प्रतिनिधि के समक्ष नाराजगी जताई और स्पष्ट किया कि योजना क्षेत्र का अधिग्रहण उसी समय किया जाएगा, जब सभी आवास उपयुक्त एवं कॉलोनी क्षेत्र में बेहतर सुविधा होगी। उन्होंने तमाम कमी सुधारने के लिए भी निर्देशित किया। इधर, आर्य ने बताया कि योजना क्षेत्र में कार्य की गति धीमी है, उसे तेज करने को कहा गया है, जो कमियां सामने आई है, उन्हें भी सुधारने के निर्देश संबंधित निर्माण एजेंसी को दिए है।


