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राजीव गांधी के कार्यक्रम में तकनीकी लोचा, परीक्षा में खरी नहीं उतर सकी प्रदेश की आईटी टीम !

जयपुर: पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. राजीव गांधी के जन्मदिवस के अवसर पर आज राजस्थान इनोवेशन विजन (राजीव)-2021 का आयोजन किया गया. इस दौरान कार्यक्रम में तकनीकी लोचा देखने को मिला. प्रदेश की IT टीम परीक्षा में खरी नहीं उतर सकी. जब तकनीकी से जुड़ी फिल्म का प्रदर्शन होना था तो पांच मिनट तक फिल्म की शुरुआत नहीं हो सकी. CMR के कार्यक्रम में IT टीम के हाथ-पैर फूल गए. लेकिन सबसे हास्यास्पद स्थिति उस वक्त हुई जब मुख्य वक्ता सैम पित्रोदा का भाषण नहीं हो सका.

जैसे ही शिकागो से जुड़े पित्रोदा का नाम पुकारा गया वैसे ही CMR से उनका कनेक्शन कट गया. हालांकि इसके बाद सीएम के OSD ने पित्रौदा को वीडियो कॉल से जोड़ा और सैम पित्रोदा का संबोधन OSD के फोन पर सुनाना पड़ा. ऐसे में आईटी विभाग की कार्यक्षमता पर उठे सवाल ? क्या इस अहम दिन के लिए नहीं थी पूरी तैयारी ? बता दें कि आईटी विभाग के प्रमुख सचिव आलोक गुप्ता हैं. वहीं CMR पर राजेश सैनी के पास यह जिम्मा हैं. दोनों ही जिम्मेदार उस वक्त CMR पर मौजूद थे. लेकिन इन दोनों के सामने IT टीम की किरकिरी हुई.

किसी ने मेरा कम्प्यूटर हैक कर लिया:
वहीं इस पूरे मामले पर बोलते हुए सैम पित्रोदा ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि किसी ने मेरा कम्प्यूटर हैक कर लिया, इसलिए मुझे मोबाइल फोन का उपयोग करना पड़ा है. मेरा कम्प्यूटर लॉक हो गया. मुझे लगता है कि कोई नहीं चाहता कि मैं आपसे बात कर सकूं. लेकिन मुझे खुशी है कि हम कनेक्ट हो गए हैं. पित्रोदा ने फेसटाइम के माध्यम से अपना बात रखी. सैम पित्रोदा ने अपने संबोधन में कहा कि राजीव गांधी ने देश के लिए विजन देखा था. उस विजन के आधार पर आज भारत आगे बढ़ रहा है. हमने राजीव गांधी को बहुत जल्दी खो दिया. वहीं गहलोत सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि राजस्थान सरकार IT पर बेहतरीन काम कर रही है. वहीं इस दौरान पित्रोदा ने राजस्थान आने का भी वादा किया.

राजीव गांधी ने देश में IT क्रांति के साथ देश को आगे बढ़ाने वाले फैसले किए:
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संबोधन में कहा कि राजीव गांधी ने देश में IT क्रांति के साथ देश को आगे बढ़ाने वाले फैसले किए. हर सेक्टर में उनके लिए फैसले मील का पत्थर साबित हुए. उन्होंने 18 साल के युवाओं को वोटिंग राइट का कानून बनाया. राजीव गांधी लोकतंत्र में युवाओं को भागीदारी देना चाहते थे. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार और बीजेपी पर भी जमकर निधाना साधा. सीएम गहलोत ने कहा कि राजीव गांधी ने राजनीति में दलबदल से आयाराम-गयाराम की बुराई को रोकने के लिए दलबदल विरोधी कानून बनाया. आज इस दलबदल काननू का तोड़ निकाल लिया है कि विधायकों से इस्तीफे दिलवा दीजिए. ऐसा कई राज्यों में हुआ है. इसी तरीके से चुनी हुई सरकारें बदल रही हैं. नई पीढी को समझना पड़ेगा.

आईटी क्षेत्र के विशेषज्ञ सैम पित्रोदा मुख्य वक्ता थे:
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में आयोजित हुए इस समारोह में स्व. राजीव गांधी के समय प्रधानमंत्री कार्यालय में इनोवेशन सलाहकार रहे आईटी क्षेत्र के विशेषज्ञ सैम पित्रोदा मुख्य वक्ता थे. मुख्यमंत्री निवास से वर्चुअल माध्यम से हुए राजीव-2021 समारोह की थीम ‘सूचना तकनीकी से सुशासन’ रही.

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