
20 साल में इतनी गर्मी बढ़ेगी कि इंसानों का जीना होगा मुश्किल






अगले 20 साल में धरती का तापमान निश्चित तौर पर 1.5 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाएगा. ऐसा जलवायु परिवर्तन की वजह से होगा. यह खुलासा किया गया है इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज की नई रिपोर्ट में. इस रिपोर्ट में 195 देशों से जुटाए गए मौसम और प्रचंड गर्मी से संबंधित आंकड़ों का विश्लेषण किया गया है. इतना ही नहीं इस रिपोर्ट में कहा गया है कि जो प्रचंड गर्मी पहले 50 सालों में एक बार आती थी, अब वो हर दस साल में आ रही है. यह धरती के गर्म होने की शुरुआत है. धरती का तापमान, प्रचंड गर्मी, तापमान, पारा, 1.5 डिग्री सेल्सियस, संयुक्त राष्ट्र की क्लाइमेट रिपोर्ट, आपीसीसी रिपोर्ट, हीटवेव, मौसम, गर्मी, वैश्विक गर्मी, जलवायु परिवर्तन, धरती का तापमान, प्रचंड गर्मी, तापमान, पारा, 1.5 डिग्री सेल्सियस, संयुक्त राष्ट्र की क्लाइमेट रिपोर्ट, आपीसीसी रिपोर्ट, हीटवेव, मौसम, गर्मी, वैश्विक गर्मी, जलवायु परिवर्तन
एड हॉकिंस ने बताया कि कार्बन उत्सर्जन बढ़ने का नुकसान ये होगा कि पूरी दुनिया को प्रचंड गर्मी, भयावह बाढ़ जैसा कि अभी जर्मनी और चीन में आया, ज्यादा बर्फ पिघलने का खतरा और पर्माफ्रॉस्ट में कमी देखने को मिलेगी. अगर इसी गति से गर्मी बढ़ती रही तो धरती का उत्तरी ध्रुव यानी आर्कटिक अपना पूरी बर्फ साल 2050 तक खो देगा. इसके खत्म होते ही पोलर बियर्स (Polar Bears) की प्रजाति को खतरा हो जाएगा. साथ ही सूरज की रोशनी का रिफलेक्शन कम होगा. उत्तरी ध्रुव पर गर्मी बढ़ने से अन्य तरह की मौसमी दिक्कतें बढ़ जाएंगी. https://www.aajtak.in/science/photo/earth-temperature-rises-by-15degc-within-20-years-says-ipcc-tstr-1306537-2021-08-09-5


