Gold Silver

न तीज न त्यौहार, नाम फेस्टिवल स्पेशल ! भारतीय रेल में यात्रा करना अब हर किसी के वश में नहीं

जयपुर। भारतीय रेल अब आम आदमी की नहीं रही। टिकट की मंहगाई इतनी है कि अब ये खास लोगों की रेल बन गई है. ऐसा इसलिए क्योंकि रेलवे द्वारा पिछले लंबे समय से नवप्रवर्तन के नाम पर किए जा रहे बदलाव इसे आम आदमी की पहुंच से दूर ले जा रहे हैं। ट्रेनों का किराया अब आम आदमी की पहुंच से दूर होता जा रहा है। कोरोना के नाम पर पिछले डेढ़ साल से ट्रेनों को स्पेशल बनाकर चलाया जा रहा है। इन ट्रेनों में यात्रियों से अधिक किराया वसूल किया जा रहा है। वहीं सामान्य टिकट और मासिक सीजन टिकट यानी एमएसटी से ट्रेनों में यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। मायने यह हैं कि सामान्य किराया देकर अब कोई सामान्य यात्री ट्रेन में सफर नहीं कर सकता है। अगर उसे ट्रेन में सफर करना है, तो उसे विशेष (रिजर्वेशन) यात्री बनना पड़ेगा। जयपुर से रोजाना 188 ट्रेनों यानी 94 जोड़ी ट्रेनों का आवागमन हो रहा है। इनमें से 28 ट्रेनें बिना त्यौहार और छुट्टी के भी फेस्टिवल स्पेशल के नाम से संचालित हो रही हैं। दरअसल ऐसा इसलिए क्योंकि इन ट्रेनों में यात्रीभार 80 फीसदी से ज्यादा रहता है। अजमेर-राजेंद्रनगर (पटना), न्यूजलपाई-उदयपुर, जोधपुर -वाराणसी मरुधर एक्सप्रेस जैसी कुछ ट्रेनों में तो यात्रीभार 150 फीसदी तक पहुंच जाता है। इन फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों में किराए की बानगी यह है कि जयपुर जंक्शन से यदि गांधीनगर और दुर्गापुरा जैसे उपनगरीय स्टेशन जाना हो। जिनकी दूरी महज 10 किलोमीटर है, उनका किराया भी 100 किलोमीटर से अधिक दूरी का लिया जाता है।
किराए के नाम पर ये लूट नहीं तो क्या है !
– जयपुर से गांधीनगर का 1377 और दुर्गापुरा का 1590 रुपए लग रहा किराया
– किराए की ये दर चौंकाती है, लेकिन हकीकत यही है
– जयपुर से गांधीनगर के लिए पूजा सुपरफास्ट फेस्टिवल स्पेशल में फर्स्ट एसी में 1377 रुपए किराया
– सैकंड एसी में 1490, थर्ड एसी में 1190, स्लीपर में 415 और 2एस में 90 रुपए किराया
– ऋषिकेश-हरिद्वार स्पेशल में जनरल के लिए 45, स्लीपर 145, थर्ड एसी 504 और सैकंड एसी में 710 रुपए किराया
– जयपुर से दुर्गापुरा के लिए बॉम्बे सुपरफास्ट स्पेशल में जनरल में 60, स्लीपर 175, थर्ड एसी 555, सैकंड एसी 760 और फर्स्ट एसी का 1255 रुपए किराया
– पुणे सुपरफास्ट फेस्टिव स्पेशल में जनरल 90, स्लीपर 415, थर्ड एसी 1100, सैकंड 1490 और फर्स्ट एसी में 1590 रुपए किराया
– कोरोना से पहले इन ट्रेनों में जनरल टिकट से 10 रुपए में यात्रा की जाती थी
ये हैं महंगी फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनें:-
02939 – पुणे-जयपुर
02940 – जयपुर-पुणे
04854 – जोधपुर-वाराणसी मरुधर
04864 – जोधपुर-वाराणसी मरुधर
04866 – जोधपुर-वाराणसी मरुधर
02421- अजमेर-जम्मूतवी पूजा सुपरफास्ट
02422 – जम्मूतवी-अजमेर पूजा सुपरफास्ट
02395 – राजेंद्र नगर पटना-अजमेर
02396 – अजमेर-राजेंद्र नगर पटना
06053 – मदुरै-बीकानेर
06054 – बीकानेर-मदुरै
09611 – अजमेर-अमृतसर
09612 – अमृतसर-अजमेर
09614 – अमृतसर-अजमेर
09707 – बांद्रा टर्मिनस-श्रीगंगानगर
09708 – श्रीगंगानगर-बांद्रा टर्मिनस
02719 – जयपुर-हैदराबाद
02720 – हैदराबाद-जयपुर
02495 – बीकानेर-कोलकाता
02496 – कोलकाता-बीकानेर
09613 – अजमेर-अमृतसर
09717 – जयपुर-दौलतपुर चौक (चंडीगढ़)
09718 – दौलतपुर चौक (चंडीगढ़)-जयपुर
09601 – उदयपुर-न्यू जलपाईगुड़ी
09602 – न्यू जलपाईगुड़ी-उदयपुर
04853 – वाराणसी-जोधपुर मरुधर एक्सप्रेस
04863 – वाराणसी-जोधपुर मरुधर एक्सप्रेस
04865 – वाराणसी-जोधपुर मरुधर एक्सप्रेस

रेलवे सूत्रों के मुताबिक फेस्टिवल और हॉलीडे स्पेशल ट्रेनों में रेलवे प्रशासन न्यूनतम और अधिकतम किराए और दूरी को आधार मानकर किराया निर्धारित करता है। इन ट्रेनों में न्यूनतम 100 किलोमीटर और अधिकतम 300 किलोमीटर की दूरी का किराया वसूला जाता है। जबकि रेगुलर ट्रेनों में ऐसा नहीं किया जाता. अगर आपका स्टेशन 35 किलोमीटर दूर है, तब भी रेलवे प्रशासन फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों में यात्रियों से 100 किलोमीटर दूरी का किराया वसूल करेगा। वहीं अगर आपका स्टेशन 250 किमी दूर है, तो यात्री से 300 किमी का किराया लिया जाएगा। इसके बाद नियमानुसार किराया लिया जाएगा। वहीं दूसरे आकलन के अनुसार न्यूनतम 10 रुपए से लेकर अधिकतम 400 रुपए किराया वसूल किया जाता है। ये किराया हर श्रेणी के हिसाब से तय होता है। यानी यहां रेलवे कई बार कम किराया होने पर भी अधिकतम किराया वसूल करता है। जबकि कई बार वास्तविक किराया होने पर भी अधिकतम किराया, जो वास्तविक से कम है, वसूल किया जाता है। कुल मिलाकर रेलवे का यह किराया गणित आम आदमी की जेब पर महंगा साबित हो रहा है।

Join Whatsapp 26