
भगवान ऐसी बहु किसी को ना दे जिसके कारण सास-ससुर को हमेश के लिए दुनिया को कह दिया अलविदा






बाड़मेर। भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सरहद पर स्थित बाड़मेर जिले में एक बुजुर्ग दंपति ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली. बताया जा रहा है कि दोनों बहू के मुकदमों और पारिवारिक कलह से परेशान थे. दिल दहला देने वाली इस घटना में सबसे दु:खद पहलू यह है कि मौत के करीब 24 घंटे तक दोनों के शव घर के आंगन में पड़े रहे. जब इस दंपति का बेटा घर पहुंचा तब घटना का पता चला. घटना की जानकारी मिलने पर नागाणा थानाधिकारी नरपतदान पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे और मामले की पूरी जानकारी जुटाई. इस घटना के बाद गांव की गलियों में सन्नाटा पसरा हुआ है।
नागाणा थानाधिकारी नरपतदान ने बताया कि घटना भुरटिया गांव की है. वहां खुमाराम जाट और उसकी पत्नी चंपादेवी ने जहर खाकर जान दे दी. प्रारंभिक जानकारी में सामने आया है कि खुमाराम के दो बेटे हैं. उनमें से एक बेटे की पत्नी लंबे समय से ससुराल नहीं आ रही है. उसने अपने पति और सास-ससुर पर मुकदमें कर रखे हैं. इनमें तलाक और दहेज प्रताडऩा के मुकदमें भी हैं. इसको लेकर सामाजिक स्तर पर कई बार पंच-पंचायती भी हुई. उनके परिवार में कई बरसों से घरेलू कलह चल रही थी. वहीं फैक्ट्री में व्यवसाय में भी घाटे से परेशान होने की बात सामने आई है. इन दिनों खुमाराम और उसकी पत्नी अपने बेटे के साथ बालोतरा में थे. वे सोमवार को ही बालोतरा से गांव आए और रात को खाना खाकर सो गए।
दोनों ने तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया
खाने में जहर खाने के कारण उनके उल्टियां हुई. बाद में दोनों ने तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया. उन्हें कोई संभालने वाला भी नहीं था. लिहाजा करीब 24 घंटे तक दोनों के शव घर में ही पड़े रहे. मंगलवार को बेटा जब घर पहुंचा तो घटना का पता चला. बाद में सूचना पर भुरटिया सरपंच उत्तमचंद खोथ सहित गांव के मौजिज लोग मौके पर पहुंचे. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में लिया. बायतु डीएसपी भी मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली. दोनों के शवों का पोस्टमार्टम करवाकर उन्हें परिजनों को सौंप दिया गया है.


