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बीकानेर की हंसा ने बढ़ाया शहर का गौरव, बेटियों ने फहराया परचम

खुलासा न्यूज,बीकानेर। राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा हाल ही में घोषित आर.ए.एस 2018 भर्ती के मुख्य परिणाम में बीकानेर शहर की हंसा राजपुरोहित ने राज्य में 185वीं रैंकिंग के साथ बीकानेर का गौरव बढ़ाया है । परिणाम घोषित होते ही परिवारजनों में खुशी की लहर दौड़ उठी । हंसा वर्तमान में आईजीएनपी में कनिष्ठ सहायक के रूप में कार्यरत है उन्होंने बताया कि 2016 में प्रथम प्रयास में वे असफल रही फिर भी मन में दृढ़ संकल्प और मजबूत इच्छाशक्ति के साथ पुन: तैयारी में जुट गई थी कभी भी नकारात्मक सोच को स्वयं पर हावी नहीं होने दिया और आत्मविश्वास के साथ तैयारी की और आज मेहनत का फल प्राप्त हुआ । हंसा ने बताया कड़ी मेहनत,एकाग्रता और संयम जीवन में हर लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता नरेन्द्र सिंह माता कैलाश कँवर और बहन मोनिका राजपुरोहित और अपने गुरूजनो को दिया है ।


आर.ए.एस भर्ती परीक्षा में जेल उपाधीक्षक ने लहराया परचम
शिवम जोशी राजस्थान सिविल सेवा परीक्षा 2018 में 87वीं रैंक प्राप्त करने में सफल। वर्तमान में केंद्रीय कारागार बीकानेर उपाधीक्षक के पद पर कार्यरत शिवम जोशी ने हाल ही में राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा जारी आर.ए.एस. भर्ती परीक्षा में वीं रेंक हासिल की है यह उनका राजस्थान सिविल सेवा में दुसरा प्रयास था इनके द्वारा प्रथम प्रयास में सफलता हासिल कर ली थी जिससे वर्तमान में उपाधीक्षक जेल के पद पर कार्यरत है।जोशी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने ईष्ट व माता-पिता को देते हुए बताया कि यदि किसी में लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दृढ निश्चय कर लिया जाये तो कोई भी सफलता प्राप्त की।सकती और अब भी वह अपना प्रयास जारी रखते हुए सर्वश्रेष्ठ रैंक हासिल करने के लिए प्रयासरत है।


साधारण परिवार का लड़का बना आरएएस जिले में आया प्रथम स्थान
किसी ने सत्य ही कहा है कि जिस व्यक्ति में लगन व धीरज हो उसकी सफलता कदम चूमती है ऐसा ही कर दिखाया है बीकानेर जिले के पलाना गांव के सुनील सियाग ने सुनील सियाग आरएएस की परीक्षा जिले में पहले स्थान और राजस्थान में 28वी रैंक आई है। परिवार में पिता,मां, एक बहन,दो भाई,पत्नी और एक बेटी है।दोनो भाई सरकारी जॉब में है पिता एक किसान है हमने सुनील सियाग से एक खास मुलाकात की।
1.स्कूली शिक्षा कहाँ से प्राप्त की।
उतर-मेने अपनी स्कूली पढ़ाई राजकीय मध्यमिक विद्यालय पलाना में की।
2.कोनसे प्रयास में आर ए एस में चयन हुआ।
उतर-पहले प्रयास में 662 वी रैंक आई थी दूसरे प्रयास में सफल हुआ।
3.पहले क्या करते थे।
उतर-पहले 2013 में तृतीय श्रेणी अध्यापक बना 2016 में आर ए एस की तैयारी के लिए नोकरी छोड़ दी वर्तमान में जयपुर में उद्योग प्रसार अधिकारी के पद पर कार्यरत हूँ।
4.आपकी सफलता का श्रेय किसको देना चाहोगे।
उतर-माता पिता व पूरे परिवार को जिन्होंने शुरू से लेकर मेरा साथ दिया और मुझे हिम्मत दी।
5.आर ए एस की तैयारी करने वाले आकांक्षी युवाओं को क्या संदेश देना चाहोगे।
उतर-तैयारी में जुटे अभ्यर्थियों को केवल में दो शब्द कहना चाहूंगा धैर्य रखो मेहनत करो तो सफलता निश्चित है।

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