बीकानेर : देखिए डायरेक्टर व कलक्टर साहब… सरकारी स्कूल का नाम बदनाम कर रहा है युवक

बीकानेर : देखिए डायरेक्टर व कलक्टर साहब… सरकारी स्कूल का नाम बदनाम कर रहा है युवक

– युवक का ब्लैकमेलिंग खेल
– ऑन द स्पॉट एक्शन लेने वाले कलक्टर क्यों है मौन
– नोखा तहसील में स्थित बनिया गांव के राजकीय विद्यालय का मामला
खुलासा न्यूज़, बीकानेर। बीकानेर जिले में शिक्षा का मुख्यालय है। यहां प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा निदेशक सहित विभाग के तमाम अधिकारी बैठते है जिन पर सरकारी स्कूलों की जिम्मेदारी का जिम्मा है। इसके बावजूद भी नोखा तहसील में स्थित बनिया गांव के राजकीय विद्यालय के शिक्षकों को ब्लैकमेल किया जा रहा है जिसके चलते सरकारी शिक्षकों को स्कूल छोडऩे तक मजबूर कर दिया है। इस बारे में शिक्षकों ने कलक्टर कुमारपाल गौतम व डायरेक्टर नथमल डिडेल व जिला शिक्षा अधिकारी को भी अवगत कराया लेकिन अभी तक कार्यवाही नहीं हुई है।

अगर बोर्ड परीक्षा में रिजल्ट खराब रहा तो कौन होगा जिम्मेदार
नोखा तहसील में स्थित बनिया गांव में स्थित सरकारी स्कूल में बनिया गांव सहित आस-पास गांवों के छात्र-छात्राएं अध्ययनरत है। स्कूल का शैक्षणिक माहौल को खराब करने के उद्देश्यय से युवक महेंद्र विश्नोई द्वारा शिक्षकों को लगातार ब्लैकमेल किया जा रहा है। इससे शिक्षक ढ़ंग से बच्चों को अध्ययन नहीं करवा पा रहे है।

ऑन द स्पॉट एक्शन लेने वाले कलक्टर क्यों है मौन
प्रदेशभर में बीकानेर का डंका बजाने वाले बीकानेर जिला कलक्टर कुमारपाल गौतम इस मसले को लेकर मौन क्यों है? यह चर्चा का विषय बना हुआ है। गांव का समाजकंटक महेंद्र विश्नोई जो शिक्षा के मंदिर का माहोल खराब कर रहा है जिसके चलते शिक्षा के मंदिर पर धब्बा लग रहा है। अब देखने वाला विषय यह है कि प्रदेशभर में बीकानेर का डंका बजाने वाले ईमानदार कलक्टर कुमारपाल गौतम इस युवक के खिलाफ क्या एक्शन लेते है?

युवक के खिलाफ ग्रामीण एकजुट
ब्लैकमेलिंग का खेल चलाने वाले युवक के खिलाफ बनिया गांव के ग्रामीण एकजुट हो गए है। ग्रामीणों ने बताया कि यह युवक जो गांव का नाम रोशन करने की बजाय बदनाम करने में तुला हुआ है। बताया जा रहा है कि यह शख्स जो लगातार कई दिनों से गांव के घर-घर घूम कर समर्थन मांग रहा है, लेकिन ग्रामीण इसका बिल्कुल भी साथ नहीं दे रहे है।

खुलासा ने की जांच-पड़ताल
इस गंभीर मसले को लेकर खुलासा न्यूज़ ने पड़ताल की तो सामने आया कि महेंद्र विश्नोई नामक व्यक्ति जो काफी समय से शिक्षा के मंदिर में माहोल खऱाब कर रहा है। इस बारे में शिक्षकों ने सरपंच व थानाधिकारी को अवगत करवाया फिर भी इन शख्स पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। बताया जा रहा है कि यह युवक जो एक नेता की धौंस दिखाते हुए शिक्षकों को परेशान कर रहा है।

यह है पूरा मामला
इस पूरे मसले को लेकर सरकारी स्कूल के प्रधानाध्यपक ने जिला कलक्टर को पत्र लिखा है। पत्र में लिखा है कि एक सप्ताह के लगभग पहले आगामी 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी कि जयंती को ध्यान म रखते हुए प्रधान-मंत्री के द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छ भारत अभियान कि सफलता को देखते हुए विद्यालय स्टाफ व विधार्थियों के द्वारा स्कूल मुख्य भवन के आगे पड़ें कंकर को साफ करवाया गया जो कि छोटे-छोटे बच्चों के पेरों मे चुभ रहे थे। बच्चों मे टीम भावना,बच्चे अपने परिवेश को स्वच्छ व सुन्दर बनाये रखे इसकी जागरुकता विद्यार्थियों को दी जा रही थी। इस उपर्युक्त गतिविधियों को गलत तरीके से समाजकंटक महेंद्र विश्नोई के द्वारा सोशल मीडिया में शेयर कर लिखा कि विधार्थियों से भवन निर्माण में श्रम करवाया जा रहा है। दूसरी घटना दिनाक 28/09/2019 को विद्यालय मे सुबह के समय समाजकंटक महेंद्र विश्नोई बिना कोई सूचना या शाला स्टाफ से चर्चा किये बिना ही वीडियो बनाकर ये कहने लगा कि देखो दुध वितरण मे घपला चल रहा है । तथा कह रहा था की दुध कम पिलाया जा रहा है । जब स्टाफ के द्वारा परिचय मांगा गया तो सन्तोषपुर्ण जवाब नही दे रहा था।(परिचय इसलिये मांगा जा रहा था की कन्ही समाजकंटक व्यक्ति के द्वारा दुध मे कूछ रसायनिक पदार्थ ना मिला दे।)कुछ समय बाद स्टाफ के साथ धक्कामुकी करने लगा, दुध वितरण के पश्चात जो शिक्षा व्यव्स्था व बाल सभा के आयोजन म देरी करवायी गयी । सभी स्टाप के सदस्यो को धमका रहा था, तथा ऑफि़स में आकर शोर मचाने लगा।इसको शान्तिपुर्ण समझाने पर भी नही मान रहा था तथा राजकीय कार्य में बाधा डाल रहा था।जबकि वास्तविकता ये है कि दुध वितरण में जो महेंद्र विश्नोई द्वारा वीडियो बनाया गया वो दुध बचा हुआ था।उसको पुन: वितरण कीया जा रहा था क्योंकि कुछ बच्चे दुध कम मात्रा मे पीते है, उसी दुध को पुन: पीने वाले बच्चों को वितरित कर रहे थे।हमेशा ही सभी स्टाफ वाले देखते है की महेंद्र विश्नोई स्कूल शुरू होने पर स्कूल के गेट पर खड़ा रहता है ओर छूटी होने पर भी स्कूल के गेट पर खड़ा रहता है । कभी कभी असोभनीय ड्रेस पहनकर भी स्कूल परिसर में आ जाता है । इसको जब स्कूल मे आने के बारे म पुछा जाता है तो बोलता है कि एसे ही आ जाता हूं। स्टाफ के द्वारा मना करने पर नाराज होकर स्टाफ से रंजिश रखते हुए स्कूल स्टाफ के प्रति द्वेषपुर्ण भावना से असामाजिक तत्व के रुप मे कार्य कर रहा है ।विधालय कि छात्राओं को प्रवेश व निकलने मे परेशानी आ रही है ।

Join Whatsapp 26