सीएमएचों साहब आँखे मूँद कर मत बैठो , यहाँ लोग मर रहे है





बीकानेर। साहब डॉक्टर भी नहीं है, नर्स भी नहीं है, परेशान हो रहे है, अब आप ही बता दीजिए हमें दवाई कौन देगा? यह कहना है जयमलसर गांव के ग्रामीणों का। शिकायत मिली है कि जयमलसर गांव की अस्पताल में रविवार को ना ही डॉक्टर है उपस्थित है और ना ही कोई अन्य कर्मचारी, जो कि वहां पहुंचने वाले मरीजों को दवा दे सके। ऐसे में सुबह-सुबह अस्पताल के बाहर मरीजों की भिड़ लगी गई। बता दें कि इस अस्पताल में एक डॉक्टर व एक एएनएम सहित सात-आठ कर्मचारियों का स्टाफ है। लेेकिन वार्ड बॉय को छोड़कर रविवार को कोई कर्मचारी अस्पताल में मौजूद नहीं है। ग्रामीणों की शिकायत पर पता चला कि अस्पताल में कार्यरत डॉ. दिनेश व एएनएम छुट्टी पर गए हुए है। एनएम द्वितीय के घरेलू काम हो जाने के कारण अस्पताल पहुंचने में दूरी हो गई। बता दें कि रविवार को सुबह 11 से 12 बजे दो घंटे मरीजों को देखा जाता है, लेकिन दो घंटे तो दूर की बात है यहां तो मरीज को देखना वाला कोई उपस्थित है नहीं।
इस पर अस्पताल में कार्यरत डॉ. दिनेश से बात की तो उन्होंने बताया कि वे व एएनएम दोनों छुट्टी पर है। पीछे एएनएम द्वितीय को अस्पताल पहुंचने के लिए पाबंद किया हुआ था, लेकिन उनका फोन नहीं लग रहा है। डॉक्टर ने बताया कि इस अस्पताल में स्टाफ पहले से ही कमी चल रही है, इस संबंध में कई बार विभाग के अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है।
इनका कहना है ..
मेरा पैसाब रुका हुआ है , मरने जैसी हालत हो रखी है , हॉस्पिटल में ना डॉक्टर है ना नर्स । सभी की मिलीभगत है , कार्यवाही होनी चाहिए। ।
भँवरदास , मरीज़

