
अपने चहेतों को नियम के खिलाफ पहले टीका लगवाना चाहती थी सरपंच, हेल्थ वर्कर्स ने मना किया तो हंगामा





देशभर में सरकार कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन लगाने की मुहिम में जुटी हुई है। वहीं कुछ ऐसे जन प्रतिनिधि भी हैं, जो सरकार की इस मुहिम को फेल करने में जुटे हैं। ऐसा ही मामला उदयपुर में सामने आया। यहां बेदला गांव में वैक्सीनेशन कैंप के बाद विवाद इतना बढ़ गया कि पीएचसी को ही ताला लगाना पड़ा।
बेदला गांव की पीएचसी इंचार्ज जया शेखावत ने बताया कि वैक्सीनेशन को लेकर आज सुबह से लंबी कतारें लग रही थी। यहां लोग नियमानुसार अपनी बारी का इंतजार कर वैक्सीन लगवा रहे थे। लेकिन इस दौरान स्थानीय सरपंच निर्मला प्रजापत वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचीं और अपने चहेते व्यक्तियों को नियम विरुद्ध पहले वैक्सीन लगाने की जिद करने लगीं। जब हमने इसका विरोध किया, तो उनके समर्थकों ने हमारे साथ ही गाली-गलौज कर अभद्रता शुरू कर दी। इसके बाद हमें परेशान होकर वैक्सीनेशन रोकना पड़ा। लेकिन सरपंच के समर्थक नहीं माने और हम से झगड़ने लगे। इसके बाद हमें परेशान होकर वैक्सीनेशन सेंटर के ताला लगा खुद को बचाने के लिए बाहर आना पड़ा।
तपती धूप में ग्रामीण हुए परेशान
घटनास्थल पर मौजूद वैक्सीन लगवाने पहुंचे ग्रामीण हरिराम ने बताया कि वे सुबह से ही वैक्सीनेशन की लाइन में लगे हुए थे। लेकिन स्थानीय सरपंच निर्मला अपने समर्थकों को लेकर पीछे के दरवाजे से अंदर वैक्सीन लगवाना चाह रही थीं। चिकित्सा कर्मियों ने जब इसका विरोध किया, तो विवाद काफी बढ़ गया। जिसका खामियाजा अब हमें इस तपती धूप में खड़े रहकर उठाना पड़ रहा है।
दोषियों के खिलाफ हो कार्रवाई
बड़गांव उप प्रधान प्रताप सिंह ने बताया कि पीएचसी पर दादागिरी का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले शुक्रवार को भी सरपंच निर्मला प्रजापत द्वारा इस तरह का अभद्र व्यवहार चिकित्सा कर्मियों के साथ किया गया था। जो सरासर गलत है। ऐसे में इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। साथ ही चिकित्सा कर्मियों के साथ अभद्रता करने वाले दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। ताकि चिकित्सा कर्मियों का मनोबल कमजोर ना हो।
पुलिस की देखरेख में शुरू हुआ वैक्सीनेशन
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान चिकित्सा कर्मियों की शिकायत पर पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची। लेकिन तब तक वैक्सीनेशन सेंटर पर हुड़दंग करने वाले सरपंच के समर्थक जा चुके थे। जिसके बाद चिकित्सा कर्मियों की शिकायत पर पुलिस कर्मियों ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। वहीं इसके बाद धूप में परेशान हो रहे ग्रामीणों के लिए पुलिस सुरक्षा में फिर से वैक्सीनेशन की शुरुआत की गई।


