
कोरोना भूल गए बीकानेर के दोनो मंत्री! क्या आप हजारों मौतों और अपनों को खोने का दर्द भूल गए…






– कोरोना के कहर से प्रदेश में हजारों मौतें, कैसे रूकेगा कोरोना
खुलासा न्यूज, बीकानेर । देश भर में कोरोना की दूसरी लहर काफी घातक रही है। राजस्थान की ही बात करें तो सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार दूसरी लहर में साढ़े तीन महीने में 8772 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। इसके अलावा 4 विधायक, 10 से ज्यादा पूर्व विधायकों व पूर्व मंत्रियों की भी मौत हो चुकी थी। फिलहाल 10 हजार से ज्यादा एक्टिव केस चल रहे है। पहली लहर में भी 2800 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।। राजस्थान में पेट्रोल-डीजल की कीमतों के विरोध में सरकार ने खुद ही कोरोना गाइडलाइन का खूब मजाक उड़ाया है। प्रदेश भर में शुक्रवार को कांग्रेसियों ने पेट्रोल पंपों पर तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया। सरकार पिछले डेढ़ महीने से काेरोना की दूसरी लहर को कंट्रोल करने में जुटी थी, शादी-समारोह पर भी पाबंदी लगा रखी है यहां तक कि शादी में सिर्फ 11 लोगों की ही अनुमति दी गई है। ऐसे में हैरानी की बात है कि सरकार के ही शिक्षा मंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री, परिवहन मंत्री, सहकारिता मंत्री सहित कई विधायकों ने ही सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा कर रख दी। विरोध-प्रदर्शन में कई नेताओं ने तो मास्क लगाना भी जरूरी नहीं समझा।
जयपुर में शिक्षा मंत्री व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी, सहकारिता मंत्री बीडी कल्ला, पूर्व मेयर ज्योति खंडेलवाल सहित काफी संख्या में कांग्रेसी शामिल हुए थे। सरकार ने कोरोना गाइडलाइन के तहत प्रदेश में 144 भी लगा रखा है, जिसमें 4 से ज्यादा लोग इकट्ठे नहीं हो सकते। ऐसे में क्या ये धारा 144 का उल्लंघन नहीं है? गोविंद सिंह डोटासरा ने सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर माफी भी मांगते हुए कहा कि महंगाई से त्रस्त कार्यकर्ता खुद को धरने में शामिल होने रोक नहीं सके। इसीलिए धरने में काफी लोग इकट्ठा हो गए। इतनी ही नहीं कांग्रेसियों में बड़े नेताओं के साथ फोटो खिंचाने की भी होड़ मची रही।


