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दस महीनों से नहीं है कांग्रेस जिला-ब्लॉक कार्यकारिणी,खड़ा नहीं हो पा रहा संगठन

खुलासा न्यूज,बीकानेर। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद कांग्रेस अपना अध्यक्ष नहीं खोज पाई है। सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर पार्टी की कमान संभाले हुए हैं। अध्यक्ष का संकट सिर्फ पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व में ही नहीं, बल्कि राजस्थान के सभी जिलों का भी है। सभी जिले और ब्लॉक की कार्यकारिणी 10 महीने से भंग हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट में खींचतान की वजह से कांग्रेस में 16 जुलाई 2020 से जिलाध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष, जिला और ब्लॉक कार्यकारिणी नहीं है। कांग्रेस में कई बार बड़े नेता जल्द संगठन विस्तार का दावा कर चुके हैं, लेकिन हर बार डेडलाइन निकल जाती है। जनवरी में प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने जल्द जिला और ब्लॉक कार्यकारिणी बनाने की बात कही थी ले​किन बीच में विधानसभा का बजट सत्र आने का तर्क देकर मामले का टाल दिया गया। इसके बाद उपचुनावों के कारण मामला टल गया। अभी कोरोना की दूसरी लहर का तर्क देकर मामले को आगे खिसका दिया है। हालात यह है कि बीकानेर सहित कांग्रेस में 39 जिलाध्यक्ष और जिला कार्यकारिणी, 400 ब्लॉक अध्यक्ष और ब्लॉक कार्यकारिणी का गठन होना है।
टकराव का नतीजा भोग रहे कार्यकर्ता
मंजर यह है कि गहलोत-पायटल के बीच चल रहे विवाद का खामियाजा आखिर कांग्रेस के कार्यकर्ता को भोगना पड़ रहा है। इस टकराव के बीच न तो जिला व ब्लॉक कार्यकारिणी का गठन हो पा रहा है और न ही राजनीतिक नियुक्तियां हो रही है। ऐसे में दो साल से ज्यादा का समय निकल जाने के बाद अब महज ढाई साल के समय के इंतजार में बैठे कांग्रेसी कार्यकर्ताओं का हौसला भी अब टूटने लगा है। अब उनकी आस टूटती जा रही है कि कांग्रेस के इस पांच साल के कार्यकाल में उन्हें कोई जिम्मेदारी मिलेगी या नहीं।

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