
बीकानेर में लॉकडाउन: किसानाें का पशुधन सुरक्षित नहीं






श्रीडूंगरगढ़ । काेराेना काल में आई बेराेजगारी के बाद लगातार अपराध बढ़ रहे है एवं अब ताे किसानाें का पशुधन भी सुरक्षित नहीं है। क्षेत्र के गांव बिरमसर में तीन लाेगाें ने एक पशुपालक के बाड़े में से भैंस चाेरी कर ली। यह ताे गनीमत रही के वे भैंस काे लेकर भाग नहीं पाए और ग्रामीणाें ने जागरूकता के साथ तीनाें काे पकड़ कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। श्रीडूंगरगढ़ थानाधिकारी वेदपाल शिवराण ने बताया कि गांव बिरमसर निवासी गाेपालराम मेघवाल अपने बाड़े में पशुओं काे चारा देकर साे गया था। सुबह उठा ताे देखा कि उसके बाड़े का पीछे का गेट खुला है एवं एक भैंस कम थी। उसने देखा ताे कच्चे रास्ते में भैंस एवं उसे चुराने वाले लाेगाें के पगमार्क ठुकरियासर जाने वाले मार्ग की और जाते मिले। इस पर गाेपालराम ने चाेराें के पैदल जाने का अनुमान लगाते हुए धर्मपाल, रूपाराम, दाैलतराम, किशनलाल, भूराराम आदि ग्रामीणाें काे साथ लेकर पिकअप गाड़ी से चाेराें के पीछे गए। गांव के बीड़ में निकले ताे देखा कि बिरमसर गांव का ही निवासी सांवरमल मेघवाल एवं सरदारशहर के बकरा मंडी निवासी इमरान व्यापारी एवं जब्बार व्यापारी उसकी भैंस काे जबरन अपनी अपनी में चढ़ाने का प्रयास कर रहे थे। ग्रामीणाें काे देख तीनाें जने पिकअप छाेड़ पैदल भागने लगे लेकिन ग्रामीणाें ने पीछा कर तीनाें काे पकड़ लिया और पुलिस काे बुला कर सुपुर्द कर दिया। गाेपालराम की परिवाद पर तीनाें आराेपियाें के खिलाफ भैंस चाेरी का मामला दर्ज करते हुए जांच अधिकारी एएसआई रविन्द्रसिंह ने तीनाें आराेपियाें काे गिरफ्तार कर लिया है।


