
रेमडेसिविर की कालाबाजारी:दस गुना महंगे दामों में इंजेक्शन बेचने वाले गैंग के चार युवक गिरफ्तार







कोरोना पेशेंट के लिए उपचार के काम आने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की भारी मांग बरकरार है। ऐसे में इस इंजेक्शन की कालाबाजारी काफी समय से शुरू हो गई है। लगातार पुलिस भी ऐसे गिरोह की धरपकड़ में जुटी हुई है। ऐसे ही एक और गिरोह के चार सदस्यों को जयपुर में सोढाला थाना पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से पांच इंजेक्शन बरामद कर लिए। यह गैंग जरूरतमंद लोगों को करीब 10 गुना महंगे दामों में इंजेक्शन उपलब्ध करवाती है। मतलब 2400 रुपए का एक इंजेक्शन का सौदा करीब 25 हजार रुपए में कर रहे थे।
इस तरह पकड़ा गया गैंग, दस गुना महंगे दाम बताकर बेच रहा था इंजेक्शन
डीसीपी (दक्षिण) हरेंद्र महावर ने बताया कि सोढाला एसीपी भोपाल सिंह भाटी को सूचना मिली थी कि सोडाला क्षेत्र में स्थित सीतादेवी अस्पताल औऱ् पूजा हॉस्पिटल के आसपास रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाला गिरोह सक्रिय है। तब थाना प्रभारी सतपाल सिंह के नेतृत्व में सादावर्दी में दो पुलिसकर्मियों को बोगस ग्राहक बनाकर सीतादेवी अस्पताल के पास भेजा गया। वहां दिलखुश नाम का व्यक्ति 2450 रुपए प्रिंट रेट वाले इंजेक्शन को 25,000 हजार रुपए में बेचते हुए पकड़ा गया। मौके पर उससे एक इंजेक्शन बरामद हो गया।
पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ये इंजेक्शन मेडिकल स्टोर पर 2500 से 3600 के बीच में मिलते है, लेकिन गैंग ने कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत में ही इंजेक्शनों को स्टोर करना शुरू कर दिया था। इसके बाद डिमांड आने पर कालाबाजारी करने लगे। दिलखुश ने अपनी गैंग के सरगना बलबीर सिंह गुर्जर और अन्य साथियों के नाम बताए। तब पुलिस ने तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर चार इंजेक्शन बरामद कर लिए।
ये हैं गिरफ्तार चार आरोपी: एक सीके बिरला अस्पताल में नर्सिंगकर्मी, दूसरा नर्सिंग स्टाफ उपलब्ध करवाता है
एसीपी भोपाल सिंह भाटी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी बलबीर सिंह गुर्जर (25) निवासी गांव हथोडी तहसील वल्लभनगर, वैर जिला भरतपुर है। वह जयपुर के मालवीय नगर सेक्टर 8 में रहता है, जो कि रेमडेसिविर इंजेक्शनों की कालाबाजारी करने वाली गैंग का मुख्य सरगना है। इसने धनवंतरी कॉलेज से नर्सिंग की डिग्री ली है। वह कई अस्पतालों में नर्सिंग स्टाफ का काम कर चुका है। फिलहाल अपने निवास पर ऑफिस खोल रखा है और घरों, अस्पतालों में नर्सिंग स्टाफ उपलब्ध करवाता है। बलबीर से तीन रेमडेसिविर इंजेक्शन बरामद किए गए है।
– दूसरा आरोपी पुष्पेन्द्र जैतवाल (32) निवासी अग्रसेन विहार, न्यू मंडी हिण्डौन सिटी जिला करौली हाल किरायेदार 92 / 77, पटेल मार्ग मानसरोवर में किराए से रहता है। वह अपने घर पर ही रहकर व्हाट्सएप पर जरूरतमंद लोगों की डिमांड लेता है। उसे बलबीर सिंह के मार्फत पूरी करवाता है और कमीशन बेस पर कालाबाजारी गैंग में सक्रिय रहता है।
– तीसरा दिलखुश गुर्जर (21) निवासी गांव बूंदी, तहसील उनियारा, थाना बनेठा जिला टोंक हाल पिंकसिटी होण्डा शोरूम के सामने, टोंक रोड जयपुर में किराए से रहता है। वह बलवीर से इंजेक्शन लेकर उसे जरूरतमंद लोगों तक डिमांड के हिसाब से पहुंचाने का काम करता है और पेमेंट लेता है।
– चौथा गोपाल चौधरी निवासी खेडली गडासिया, तहसील बयाना भरतपुर है, जो कि सेक्टर 72 / 24, पटेल मार्ग, शिप्रापथ में किराए से रहता है। वह वर्तमान में सीके बिरला अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ है। वह भी कूरियर का काम करता है और इंजेक्शन सप्लाई करके रुपए प्राप्त करता है।


