
रिकॉर्डतोड़ कोरोना:24 घंटे में 17,652 नये संक्रमित मिले, 160 की मौत; बीकानेर कलेक्टर ने कहा- अब भर्ती करने की जगह नहीं बची






राजस्थान में कोरोना से हालात दिनों-दिन बेकाबू होते जा रहे हैं। शनिवार को भी राज्य में रिकॉर्ड 17,652 नये कोरोना मरीज मिले। 160 लोगों की मौत दर्ज की गई है। मरीज बढ़ने के कारण प्रदेश के सभी बड़े-छोटे अस्पतालों में बेड फुल हो चुके हैं। बीकानेर कलेक्टर ने तो आस-पास के जिलों से साफ कह दिया है कि अब मरीजों को बीकानेर रेफर न करें। अब यहां बेड खाली नहीं बचे हैं।
जयपुर में एक दिन में 54 मौतें
राजधानी जयपुर में शनिवार को 3441 नये मरीज मिले हैं, जबकि 54 ने जान गंवाई है। मौत का यह आंकड़ा अब तक के कोरोनाकाल में एक दिन में हुई मौत के मामले में सर्वाधिक है। इससे पहले जयपुर में 30 अप्रैल को सर्वाधिक 40 लोगों की मौत हुई थी। जयपुर में बढ़ते मरीजों की संख्या का असर अब बीलवा स्थित कोविड केयर सेंटर पर भी दिखने लगा है। यहां अब तक कुल 151 मरीज भर्ती हो चुके हैं। ये सभी ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। सूबे के सबसे बड़े अस्पताल SMS में भी मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। यहां सभी वेंटिलेटर फुल हो गए हैं, जबकि अन्य बेड 60 फीसदी से ज्यादा भर गए हैं।
वेटिंग में मरीज
बीकानेर की बात करें तो यहां के पीबीएम अस्पताल के अलावा अन्य अस्पतालों में भी अब जगह नहीं बची। वहीं श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, सीकर व नागौर से बड़ी संख्या में रोगी अब भी बीकानेर रेफर हो रहे हैं। इसके अलावा पंजाब, हरियाणा और यहां तक कि दिल्ली से भी मरीज यहां आकर इलाज करवा रहे हैं। प्रदेश के प्रमुख शहरों जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, कोटा, उदयपुर, अजमेर सहित अन्य अस्पतालों में बेड फुल हो गए हैं। भर्ती होने के लिए मरीजों की लम्बी वेटिंग चल रही है।
भरतपुर में तीन कैटेगरी
भरतपुर में जिले सहित आस-पास के राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और हरियाणा से आने वाले मरीजों की भीड़ बढ़ रही है। इसे देखते हुए प्रशासन ने मरीजों को 3 भागों में विभाजित किया है। रेड, ब्लैक, ग्रीन लेबल। अब इन्हें कैटेगरी के हिसाब से अलग-अलग भर्ती कराया जाएगा। रेड लेबल में वे कोरोना संक्रमित मरीज होंगे, जिनकी स्थिति ज्यादा खराब है। ब्लैक लेबल में वे मरीज होंगे, जिनकी स्थिति ज्यादा गंभीर नहीं है और ग्रीन लेबल में वे मरीज होंगे जिनकी स्थिति सही है लेकिन वे कोरोना संक्रमित हैं। रेड लेबल केटेगरी वाले मरीजों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा, जबकि ब्लैक लेबल वालों को अन्य बनाए गए कोरोना वार्ड में भर्ती कराया जाएगा। ग्रीन लेवल कैटेगरी वाले मरीजों को घरों में ही आइसोलेट कराया जाएगा। इसमें प्राथमिकता जिले के मरीजों को पहले दी जाएगी।
जोधपुर में भी हालात खराब
मुख्यमंत्री के गृह जिले जोधपुर में भी हालात गंभीर हैं। यहां बड़ी संख्या में मरीज दूसरे जिलों जैसे पाली, नागौर, जैसलमेर, बाड़मेर, जालौर से रेफर होकर आ रहे हैं। इसके कारण अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने के लिए जगह तक नहीं मिल रही। शनिवार को यहां 1818 नये संक्रमित मिले हैं, वहीं 34 अपनी जान गंवा बैठे। इस साल पहली बार एक ही दिन में सबसे अधिक 1223 मरीज ठीक हुए हैं।


