
जिले के इस तहसील से ऑनलाइन ठगी के आरोप में दो युवकों को देहरादून पुलिस ने पकड़ा






बीकानेर। नोखा उत्तराखंड के एक पेंशनर के खाते से 18 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी करने के मामले में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून की टीम नोखा पहुंची। गुरुवार को यहां पर स्थानीय पुलिस की मदद से पंचारिया ट्यूबवेल पास दबिश देकर एक युवक उसके साथी को गिरफ्तार किया बाद में थाने लाकर उनसे पूछताछ कर मोबाइल जब्त किए और शाम को दोनों आरोपियों को साथ लेकर टीम देहरादून के लिए रवाना हो गई देहरादून पुलिस के साइबर क्राइम थाने के इस्पेक्टर पंकज पोखरियाल ने बताया कि 4 और 5 मार्च को एक पेंशनर शिक्षक बैंक खाते से 15 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी करने का मामला देहरादून पुलिस साइबर क्राइम थाने में दर्ज हुजा। जिसमें मोबाइल फोन की केवाईसी अपडेट करने के नाम पर बुजुर्ग सूचना मांगी गई और बाद में उसके खाते से विभिन्न तरीको से लाखों रुपए निकालकर ठगी कर ली गई।
मामले में अनुसंधान शुरू करते तथ्य जुटाए गए तो नोखा पंचारिया ट्यूबवैल के पास रहने बाले अरविंद राजपुरोहित द्वारा ठगी करने की बात सामने आई। आरोपी राजपुरोहित द्वारा ठगी के रुपयों को अलग-अलग बैंक खातों में स्थानांतरित करने ऑनलाइन शॉपिंग करने, एटीएम पैसे निकालने की जानकारी मिली आरोपी के सभी मोबाइल नंबर सर्विलास पर लेकर एटीएम से निकाले गए रुपए और सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। ठगी मामले में सभी तरह के साक्ष्य- सबूत जुटाने के बाद आरोपी को नोखा पहुंचकर गिरफ्तार किया गया। मामले में उसके साथी धीरज पंचारिया को भी गिरफ्तार किया गया। आरोपी अरविंद राजपुरोहित ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसने ठगी करते हुए एक लाख 40 हजार रुपए का एक मोबाइल ऑनलाइन खरीदा और उसे स्थानीय दुकानदार को 70 हजार रुपए में बेच दिया। उस दुकानदार को नोखा थाने बुलाकर पूछा गया तो उसने बताया कि मोबाइल खरीदने की एवज में 25 हजार रुपए आरोपी अरविंद को दिए और बाकी रूपए दो माह में देने बात हुई। उसने बिल देखकर ही उससे मोबाइल खरीदा था। पुलिस ने उसे वापस भेज दिया। पुलिस टीम एसएसआई राजीव श्रीमोर, एएसआई सुरेश कुमार, कांस्टेबल नितिन आदि शामिल थे।
बड़े नेटवर्क में शामिल: टीम के इंस्पेक्टर पंकज ने बताया ऑनलाइन ठग गिरोह के सदस्यों ने झारखंड, दिल्ली, पंजाब, तेलगांना, हरियाणा सहित देशभर के अन्य प्रांतों में अपने ठिकाने बनाए हुए हैं। जहां से वे इस गैंग में शातिर ठगों को जोडक़र बड़ी ठगी की वारदातों को अंजाम देते है। नोखा से गिरफ्तार किए गए आरोपी अरविंद राजपुरोहित के ठगी के बड़े नेटवर्क में शामिल होना प्रकाश में आया है। इससे पूर्व भी ठगी के कुछ मामलों में उसे पकडऩे के लिए अन्य प्रांतों की पुलिस नोखा आई थी।


