Gold Silver

साफ सफाई पर लाखों खर्च,फिर भी बदहाल बीकाणा

खुलासा न्यूज,बीकानेर। बीकानेर में मंगलवार को स्वच्छता सर्वेक्षण समिति के सदस्यों ने अपना दौरा शुरू किया, वहीं दूसरी तरफ कोटगेट पर सीवर लाइन जाम हो गई और पानी ने क्रासिंग के गेट को जाम कर दिया। जिससे सुबह नौ बजे से करीब साढ़े 12 बजे तक क्रासिंग बंद रहा।कोटगेट के पास से गुजर रही सीवर लाइन आमतौर पर जाम रहती है। सफाई कर्मचारी जुगाड़ करके इसे चालू कर देते हैं लेकिन बुधवार को कोई प्रयास काम नहीं कर सका। ऐसे में करीब तीन घंटे तक पूरे शहर का गंदा पानी कोटगेट के पास से रेलवे क्रॉसिंग तक पहुंच गया। स्थानीय राहगीरों को भी रास्ता बदलकर जाना पड़ा। सुबह 10 बजे ऑफिस टाइम होने के कारण भी बड़ी संख्या में लोग इसी रास्ते से कलेक्टरी की ओर जाते हैं लेकिन रास्ता बंद होने से सभी को परेशानी हुई। कुछ लोग चौखूंटी की ओर से निकले तो कुछ लोगों ने रानी बाजार की तरफ से ऑफिस का रास्ता चुना।
शहर में स्वच्छता समिति
स्वच्छ बीकाणा का नारा देने वाले बीकानेर नगर निगम के लिए यह हास्यास्पद स्थिति थी कि स्वच्छता कमेटी आज शहर में थी और आज ही शहर का सबसे मुख्य मार्ग नगर निगम की लापरवाही के कारण बंद था। हर तरफ गंदगी बिखरी हुई थी। समिति सदस्यों ने सुबह नगर निगम परिसर में अधिकारियों से मुलाकात की। अब यह सदस्य अपने तरीके से अलग अलग क्षेत्रों में घूमकर सर्वेक्षण करेंगे कि शहर के हालात कितने स्वच्छ है। समिति की रिपोर्ट पर ही बीकानेर को राष्ट्रीय स्तर पर अंक दिए जायेंगे।
लाखों रूपये खर्च,फिर भी नतीजा सिफर
हालात यह है कि नगर निगम की ओर से स्वच्छता सर्वेक्षण के नाम पर लाखों रूपये खर्च किये जा रहे है। लेकिन बीकानेर के हालात जस के तस बने हुए है। कोटगेट की सीवरेज ही नहीं अनेक स्थानों पर इस तरह सीवरेज व नाले चौक है। जिससे स्थानीय लोगों व दुकानदारों का जीना मुहाल हो रखा है। मंजर यह है कि पूर्व में भी स्वच्छता सर्वेक्षण के नाम की थोथी वाहीवाही लूटने वाले भाजपा बोर्ड में अब हालात ओर भी विकट बने हुए है। आपसी समन्वय के अभाव में शहर की सफाई व्यवस्था चौपट हो रखी है। इतना ही नहीं साफ सफाई के नाम पर पूर्व और पश्चिम विधानसभा में भेदभाव बरता जा रहा है। इसको लेकर कई बार पार्षद भी आवाज उठा चुके है। किन्तु स्थिति जस की तस बनी हुई है।

Join Whatsapp 26