
ट्रेनों में मोबाइल चार्ज करने के बदल गए नियम, सुरक्षा के मद्देनजर रेलवे ने उठाए यह कदम






धनबाद । ट्रेन पर सवार होते ही सबसे पहले मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट ढूंढते हैं। सिरहाने मिल गया तो क्या कहने। बिना देर किए तुरंत चार्जर निकाला और लगा दिया। कई बार ऐसा भी होता है कि यात्री ने चार्जिंग प्वाइंट में मोबाइल लगा दिया और गहरी नींद में सो गये। नींद खुली तो मोबाइल गायब। पर अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि रेलवे ने ट्रेनों में मोबाइल चार्जिंग के लिए भी टाइम टेबल निर्धारित कर दिया है। रात 11 से अलसुबह पांच बजे तक चार्जिंग प्वाइंट में बिजली की आपूर्ति बंद रहेगी। इससे रात में सफर के दौरान मोबाइल चोरी जैसी घटनाएं नहीं होंगी। ऐसे में यह बेहतर होगा कि रात के सफर के लिए घर पर ही अपने मोबाइल और लैपटॉप को चार्ज कर लें। धनबाद से खुलने वाली गंगा-सतलज एक्सप्रेस, अलेप्पी एक्सप्रेस समेत दूसरी ट्रेनों में इसे लागू कर दिया गया है।
ऐसा भी मुमकिन है कि रात में सफर के दौरान ट्रेन के चार्जिंग प्वाइंट में मोबाइल चार्ज में लगाकर यात्री सो जाए। गहरी नींद में चले जाने से चार्जिंग प्लग निकलने की याद न रहे। ऐसे में मोबाइल के ओवरचार्जिंग होने से ब्लास्ट होने जैसी घटना भी हो सकती है। रेलवे की नई व्यवस्था ऐसी घटना की रोकथाम में भी कारगर होगी।


