
एक और सांसद ने कर लिया सुसाइड






नई दिल्ली।हम आए दिन आत्महत्या की न जाने कितनी खबरें सुनते हैं लेकिन कोई बड़ा नेता या शख्सियत यह कदम उठाए तो उस पर आश्चर्य होता है। एक महीने के भीतर ही दो सांसदों के सुसाइड ने सबको चौंका दिया है। 22 फरवरी को दादरा-नगर हवेली के निर्दलीय सांसद मोहन देलकर मुंबई के एक होटल में आत्महत्या कर ली। वहीं आज एक महीने के भीतर ही राजधानी दिल्ली में एक और सांसद का शव घर में फंदे से लटकता हुआ मिला।हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद रामस्वरूप शर्मा का शव उनके कमरे में पंखे से लटकता हुआ मिला। पुलिस का कहना है कि उन्हें शर्मा के स्टाफ के एक शख्स ने फोन कर मामले की जानकारी दी थी। शर्मा दिल्ली में राम मनोहर लोहिया अस्पताल के पास बने गोमती अपार्टमेंट में रहते थे। गोमती अपार्टमेंट में कई सांसदों के आवास हैं।
रामस्वरूप शर्मा हिमाचल प्रदेश के कद्दावर राजनेताओं में जाने जाते थे। वह बीजेपी शीर्ष नेतृत्व खासकर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर के बहुत करीबी थे। शर्मा को हिमाचल में बीजेपी के कोर नेताओं में से एक माना जाता था और वह मंडी और इसके आसपास के हिस्सों में काफी प्रभाव रखते थे।वहीं पिछले महीने ही दादरा-नगर हवेली के निर्दलीय सांसद मोहन देलकर ने 22 फरवरी को दक्षिण मुंबई के एक होटल में आत्महत्या कर ली है। 58 वर्षीय मोहन देलकर 7 बार सांसद रहे हैं। वह 1989 से लेकर 2019 तक 7 बार सांसद रहे हैं। साल 1989 में वे कांग्रेस के टिकट पर सांसद बने थे। देलकर ने सुसाइड नोट लिखकर कुछ बड़े नेताओं पर अपमानित करने और पक्षपात का आरोप लगाया था।सांसद जो हमेशा जनता के बीच घिरे होते हैं और उनकी समस्याओं का समाधान करते हैं। दूसरों की समस्याओं का हल खोजने वाले जब इस तरह का कोई कदम उठाते हैं तो हैरानी होती है।


