
कैंसर रोगियों का दर्द:सरकार ने जीवन रक्षक दवा को हटाया सूची से,महंगी दवा होने से जिन्दगी की जंग हार रहे है मरीज





खुलासा न्यूज, बीकानेर। एक ओर तो राज्य सरकार ने नि:शुल्क दवा योजना के जरिये आमजन को फ्री दवाईयां उपलब्ध करा रखी है। लेकिन हालात यह है कि सरकार की इन योजनाओं का लाभ रोगियों को नहीं मिल पा रही है। हालात यह है कि गंभीर बीमारियों में उपयोग आने वाली दवाईयों की सप्लाई समय पर नहीं होने के कारण मरीजों की जेबें ढीली हो रही है। प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल पीबीएम अस्पताल में भी ब्लड कैंसर के लिये मिलने वाली नि:शुल्क दवा भी नहीं मिलने से कई रोगी तो जिन्दगी की जंग भी हार चुके है। जानकारी मिली है कि राजस्थान में महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना के नवीनीकरण के साथ ही कैंसर ल्यूकोमिया जैसे गंभीर रोग से ग्रस्त मरीजों की समस्याएं बढ़ गई हैं। दरअसल इस बीमारी से ग्रस्त रोगियों को जीवन रक्षक दवाई के रूप में नोवाटिस कम्पनी की निलोटिनिब की दवा को वर्तमान सरकार ने जनवरी के बाद महात्मा गांधी राजस्थान स्वास्थ्य बीमा योजना के नवीनीकरण के साथ ही उक्त दवाई को जरूरी दवाई की सूची से हटा दिया गया है जिससे ये रोगियों को उपलब्ध नहीं हो पा रही है। सूत्रों से पता चला है कि इस एक स्ट्रिप की कीमत बाजार में 8500 रू. से लेकर 12000 तक की है जो कि कोरोना काल के दौरान एक मध्यमवर्गीय परिवार के लिए बड़ी राशि है। चिकित्सकों की माने तो यह खुराक दिन में 2 बार लेनी होती है। जिसकी एक स्ट्रिप पहले राजस्थान सरकार की तरफ से रोगियों को निशुल्क दी जाती थी। उक्त दवाई की खाली स्ट्रिप मैक्स फाउंडेशन जयपुर को भिजवाने पर रोगियों को उक्त दवाई की 28 स्ट्रिप मैक्स फाउंडेशन निशुल्क उपलब्ध करवाता था। इस सम्बन्ध में पार्षद ताहिर हुसैन ने बताया कि कुछ रोगियों के परिवारजनों से जानकारी मिलने पर उक्त समस्या को लेकर सम्बन्धित अधिकारीयों से बातचीत की गई थी। मामला मुख्यमंत्री स्तर का होने के कारण शीघ्र ही परिवारजनों को साथ लेकर उच्चाधिकारीयों तथा बीकानेर के जनप्रतिनिधियों से वार्ता की जायेगी। साथ ही समस्या को मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाने हेतु अन्य प्रयास भी शीघ्र ही किये जायेंगे।


