
युवती के लगा था माइन्स 11 प्वाइंट का चश्मा,यह लेंस लगाकर किया चमत्कार






खुलासा न्यूज,बीकानेर। जन्म से अत्यधिक निकटवर्ती दृष्टिदोष से ग्रसित युवती की आंखों का ऑपरेशन कर फेकिक लेंस लगाए गए हैं। ऑपरेशन के बाद माइन्स 11 प्वाइंट का चश्मा हटाया गया है। यह ऑपरेशन बीकानेर में पहली बार करने का दावा चिकित्सक ने किया है। यह ऑपरेशन एक निजी अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अरविंद मोहता ने किया है।
डॉ. मोहता ने बताया कि 24 वर्षीय युवती जन्मजात अत्यधिक निकटवृति दृष्टिदोष से ग्रसित थी, वह बिना चश्मे के एक-डेढ़ फीस से अधिक दूरी पर कुछ भी देख नहीं पाती थी। उसकी आंखों पर माइन्स 11 प्वाइंट का चश्मा लगा हुआ था। युवती की आंखों का लेसिक लेजर से ऑपरेशन संभव नहीं था। ऐसे में युवती की आंखों में फेकिक लेंस लगाने का निर्णय लिया गया।
कॉन्टेक्ट लैंस से संक्रमण का खतरा
डॉ. मोहता ने बताया कि युवती हाई पैथोलॉजीकल मायोकिया से पीडि़त थी, जिससे जन्म से जन्म से ही आंखों की रोशनी कमजोर होती है। 24 वर्षीय युवती भी इसी से ग्रसित थी। दूर की चीज नहीं दिखने पर युवती को बहुत बड़े नंबरों का चश्मा लगाना पड़ रहा है। चश्मे से बचने के लिए कॉन्टेक्ट लगाने पड़ते लेकिन कॉन्टेक्ट लेंस लगाने के बाद रात को सोते समय रोज हटाना पड़ता और सुबह लगाने पड़ते, जिससे संक्रमण का खतरा रहता है। इन परिस्थितियों में लेकिक लेंस ही बेहतर विकल्प होता है।
ऑपरेशन के तीन घंटे बाद ही आई रोशनी
डॉ. मोहता ने बताया कि युवती की आंखों का ऑपरेशन कर लेकिक लेंस लगाए गए। ऑपरेशन करीब डेढ़-दो घंटे चला। ऑपरेशन के तीन घंटे बाद युवती सामान्य हो गई। वह सामान्य व्यक्ति की तरह फिर से बिना चश्में देखने लगी। लेकिक लेंस लगने के बाद उसकी आंखों की रोशनी (6/6) लौट आई। एमएन हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर के निदेशक मोहम्मद अली ने बताया कि महानगरों में उपलब्ध होने वाली चिकित्सा सुविधा अब बीकानेर में भी मरीजों को मिलने लगी है।


