
भाजपा विधायक और ट्रैफिक पुलिस के बीच जमकर मारपीट






सीकर। परिवार और रिश्तेदारों के साथ बस से सालासर हनुमान मंदिर दर्शन करने जा रहे भाजपा विधायक और ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के बीच सीकर में जमकर जूतम-पैजार हुई। पुलिस ने विधायक, उसके पिता समेत 5 लोगों के खिलाफ शांति भंग का केस दर्ज कर लिया और उन्हें गिरफ्तार करके 4 घंटे से थाने में बैठाए है। इस दौरान बस में सवार महिला और बच्चे बाहर परेशान होते रहे।
महाराष्ट्र के नागपुर में चिम्मूर विधायक कीर्ति कुमार परिवार और रिश्तेदारों के साथ एसी कोच बस में सालासर हनुमान दर्शन करने जा रहे थे। सीकर के पास दोपहर करीब 12 बजे बस चालक रास्ता भटक गया और शहर में घुस गया। शहर में एसके अस्पताल के नजदीक ट्रैफिक महिला पुलिसकर्मी कमला और हेडकांस्टेबल गिरधारी सिंह ने बस को रुकवाया। चालक ने बताया कि वे बाहर के हैं। रास्ता भटक गए हैं। जो भी आपका चालान बनता है उसे काट दो और हमें रास्ता बता दो।ट्रैफिक पुलिस ने फिर से बस को घुमवाकर एसके कॉलेज के सामने खड़ा करवा दिया। वहां पर गिरधारी सिंह ने बस चालक का शहर में भारी वाहन की एंट्री को लेकर 500 रुपए का चालान भी काट दिया। चालान काटने के बाद भी चालक का लाइसेंस जब्त कर लिया।
चालक काफी देर तक आया तो विधायक नीचे उतरे
विधायक और बस में बैठे उनके कुछ साथियों को पता लगा कि बस का चालान काटा गया है। इस पर विधायक नीचे उतर आए और खुद को विधायक बताकर पुलिसकर्मियों की शिकायत परिवहन मंत्री प्रतापसिंह से करने की बात कहने लगे। यहीं पर दोनों पक्षों में तकरार हुई और देखते ही देखते दोनों ने एक दूसरे की गिरेबां पकड़ ली। नौबत मारपीट पर आ गई। झगड़े में हेडकांस्टेबल गिरधारी सिंह की वर्दी फट गई और उनके गले और हाथों पर खरोंच आ गई।
वहीं मारपीट में दूसरे पक्ष के कुछ लोगों के भी गले और हाथों में खरोंच आई है। पुलिस ने पुलिसकर्मी का मेडिकल करवाकर विधायक कीर्ति कुमार उनके साथी मितेश, बंटी बगडिय़ा को शांति भंग में पकड़ लिया। जबकि महिला कांस्टेबल कमला की शिकायत पर पुलिस ने राजकार्य में बाधा और मारपीट का मुकदमा दर्ज कर लिया।
वहीं बस को पुलिस ने सीकर कंट्रोल रूम के बाहर खड़ा करवा रखा है। इसमें महिलाएं और छोटे बच्चे हैं। करीब 4 घंटे से बस में तेज धूप के बीच बच्चे और महिलाएं परेशान हो रहे हैं। विधायक कीर्ति कुमार मीडिया से बात करने में कतरा रहे हैं। उनका कहना है कि दर्शन के लिए आए हैं। हमें कोई विवाद नहीं चाहिए।


