
115 रुपए की दिहाड़ी करने पर मजबूर वेटरनरी इंटर्न






खुलासा न्यूज,बीकानेर। राज्य के विभिन्न पशु चिकित्सा महाविद्यालयों में एक वर्ष की इंटर्नशिप समयावधि के दौरान इंटर्न डॉक्टर्स दिन भर सेवाएं देते हैं। यहां तक कि कोविड के समय ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर भी इन वेटरनरी इंटर्न ने अपनी सेवाएं दीं, काम के दबाब से उन्हें कोई परेशानी नहीं है। इन इटर्न की परेशानी है काम के बदले में मिलने वाला मेहनताना यानी इंटर्नशिप भत्ता, जिसे स्टाइपेंड कहा जाता है। सरकार की ओर से उन्हें 115 रुपए मात्र दिए जाते हैं जो प्रदेश में अर्द्धकुशल श्रमिक की न्यूनतम मजदूरी 237 रुपए से भी कम है। इंटर्नशिप भत्ता बढ़ाने की मांग को लेकर वेटरनरी इंटर्न डॉक्टर व विभिन्न छात्र संगठन पिछले काफी समय से प्रयास कर रहे हैं लेकिन सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही।
क्या सेवाएं देते हैं वेटरनरी इंटर्न डॉक्टर्स?
वेटरनरी इंटर्न डॉक्टर्स अपने एक वर्ष की इंटर्नशिप समवधि में राज्य की विभिन्न पॉलीक्लिनिक, टीवीसीसी, जंतुआलय, पोल्ट्री फार्म के साथ ही राज्य में स्थित विभिन्न केंद्रीय संस्थान जैसे एनआरसीसी, एनआरईसी में अपनी सेवाएं प्रदान करते हैं। राज्य के पशुओं के स्वास्थ्य सुधार कर और मानव भोजन की उच्च गुणवत्ता को बनाए रखते हैं।
कई वर्षो से नहीं संशोधित हुआ भत्ता ?
गौरतलब है कि वेटरनरी डिग्री साढ़े पांच साल की होती है, जिसमें एक साल की इंटर्नशिप भी शामिल है। इस दौरान वेटरनरी डॉक्टर्स को अपनी सेवाएं देने के लिए राज्य सरकार की ओर से दिया जाने वाला भत्ता 3500 रुपए लगभग 10 साल से नहीं बढ़ाया गया है, जबकि मेडिकल इंटर्नशिप भत्ता वर्ष 2017 में 3500 रुपए से बढ़ाकर 7 हजार रुपए कर दिया गया था और अब सरकार ने 2020 में फिर इसे सात हजार रुपए को बढ़ाकर 14 हजार करने का निर्णय लिया है !
देश के अन्य राज्यों में वेटरनरी इंटर्नशिप भत्ता
देश के अन्य राज्यों में इंटर्न डॉक्टर्स को राजस्थान की तुलना काफी ज्यादा भत्ता कई वर्षो से दिया जा रहा है। जैसे केरल में बीस हजार रुपए, कर्नाटक 17 हजार रुपए, उड़ीसा में 12हजार, पश्चिम बंगाल में नौ हजार, तेलंगाना में नौ हजार,मध्यप्रदेश में 7600 रुपए और गुजरात में 7200 रुपए प्रति माह स्टाइपेंड दिया जाता है।
मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
बीकानेर वेटरनरी कॉलेज के छात्र प्रतिनिधि धर्म कुमावत ने बताया कि प्रदेश के बीकानेर, उदयपुर और जयपुर के सरकारी पशुचिकित्सा महाविद्यालयों के छात्रों ने मुख्यमंत्री को इंटर्नशिप भत्ता बढ़ाने के लिए ज्ञापन भेजा है। उन्होंने कहा कि यदि उनका इंटर्नशिप भत्ता नहीं बढ़ाया गया तो वह आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।


