
अध्यक्ष रविन्द्र सिंह भाटी पुलिस हिरासत में, छात्रों पर बरसाई जमकर लाठियां, माहौल गरमाया






न्यूज। जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में बुधवार को सिंडिकेट की बैठक से पहले छात्रों के हंगामेदार विरोध प्रदर्शन के कारण माहौल गरमा गया। छात्रों ने कुलपति की कार को घेर लिया और जबरदस्त नारेबाजी की। पुलिस ने विरोध कर रहे छात्रों पर दो बार बल प्रयोग कर डंडे फटकारे। तीसरी बार में छात्रों को घेर जमकर लाठियां बरसाई। इस दौरान मची अफरा-तफरी में लाठी की चोट और नीचे गिरने से कुछ छात्र चोटिल हो गए। पुलिस ने छात्र नेता रवीन्द्र सिंह भाटी को हिरासत में ले लिया। फिलहाल सिंडिकेट की बैठक जारी है।
जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय के सिंडिकेट की मंगलवार सुबह 11 बजे केन्द्रीय कार्यालय में बैठक होनी थी। सिंडिकेट बैठक के खिलाफ एबीवीपी से जुड़े छात्र केन्द्रीय कार्यालय के बाहर धरना देकर विरोध प्रदर्शन जता रहे थे। इस बीच कुलपति प्रो. पीसी त्रिवेदी की कार आने के साथ माहौल गरमा गया। छात्र संघ के निवर्तमान अध्यक्ष रवीन्द्र सिंह के नेतृत्व में छात्रों का एक समूह उनकी कार के आगे लेट गया और कुलपति गो बैक के नारे लगाने लगे। इस बीच छात्रों ने कुलपति की कार को घेर लिया। उन्हें कार से निकालकर कार्यालय में पहुंचाने के लिए पुलिस ने छात्रों को दूर करने का प्रयास किया। लेकिन विफल रहने पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए डंडे फटकारे और छात्रों को खदेड़ दिया।
डंडे फटकारते ही छात्र वहां से बिखर गए, लेकिन रवीन्द्र सिंह के वापस आकर पुलिस से उलझने पर जोश में भरे छात्र वापस वहां आ डटे। बाद में कुलपति से वार्ता विफल रहने पर छात्रों ने एक बार फिर हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर सभी छात्रों को केन्द्रीय कार्यालय के परिसर से बाहर खदेड़ दिया। इसके बाद छात्रों ने गेट को बंद कर दिया और उसके सामने धरने पर बैठ नारेबाजी करते रहे।
इसलिए विरोध कर रहे हैं छात्र
विश्वविद्यालय प्रशासन न्यू कैंपस में जेडीए को पाली रोड पर कन्वेंशन सेंटर बनाने के लिए 34 बीघा जमीन दे रहा है। छात्र इसका विरोध कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय की जमीन सिर्फ छात्र हित में ही उपयोग की जा सकती है। वहीं, छात्रों का कहना है कि कोरोना के कारण लागू लॉकडाउन के दौरान कॉलेज पूरी तरह से बंद रहा। साथ ही ऑनलाइन पढ़ाई भी सही तरीके से नहीं कराई गई। इन हालात में बेहतर रहेगा कि पाठ्यक्रम के साथ फीस में कमी कर छात्रों का राहत प्रदान की जाए।
बातचीत के दौरान हुई तकरार, आत्मदाह की चेतावनी
छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद कुलपति प्रो. त्रिवेदी ने रवीन्द्र सिंह भाटी सहित तीन छात्र नेताओं को वार्ता के लिए बुलाया। वार्ता के दौरान जमीन व फीस से जुड़े मसले पर दोनों पक्ष में तकरार बढ़ गई। जबरदस्त बहस के बीच कुलपति वार्ता को बीच में छोड़ कक्ष से निकल सिंडिकेट की बैठक में चले गए। इसके बाद छात्र नेताओं के बाहर आने पर एक बार फिर हंगामा शुरू हो गया। छात्र नेता भाटी ने कुलपति के साथ वार्ता विफल रहने के बाद उन्हें चेतावनी दी कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन जेडीए को जमीन आवंटन पर अपनी स्वीकृति प्रदान करता है तो वे आत्मदाह कर लेंगे।
अब रिटायर्ड ग्राम सेवक चलायेंगे गांवों की सरकार, बिना भर्ती डेढ़ हजार रिक्त पदों को भरने की कवायद शुरू
लॉयन न्यूज, बीकानेर। राज्य में गांवों की सरकार को चलाने के लिए सरकार के पास ग्राम विकास अधिकारी (ग्राम सेवक) नहीं है। बड़ी बात यह है कि जिन ग्राम पंचायतों का पिछले चुनावों में गठन किया गया, वहां सरपंच तो पहुंच गए लेकिन ग्राम विकास अधिकारी नहीं आये। ऐसे में डेढ़ हजार सरपंच कोई काम नहीं कर पा रहे। ऐसे में करीब डेढ़ हजार पदों को रिटायर हो चुके ग्राम सेवकों से भरने की कवायद शुरू हो गई है।
एक ग्राम सेवक, अनेक पंचायतें
एक तरफ जहां नई ग्राम पंचायतों में ग्राम सेवक नहीं है, वहीं दूसरी ओर पुरानी ग्राम पंचायतों में सही काम नहीं हो पा रहा। दरअसल, एक ग्राम सेवक के पास अनेक ग्राम पंचायतें है। जिन ग्राम पंचायतों में पद रिक्त है, वहां का चार्ज आसपास की पंचायत के ग्राम सेवक को दिया जाता है। जो अपनी पंचायत पर ध्यान नहीं दे पा रहे।
एक भी पद रिक्त नहीं रहेगा
राज्य के ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग की आयुक्त मंजु राजपाल ने बुधवार को राज्य की सभी जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को आदेश दिया है कि सभी पद हर हाल में भरे जाये। एक भी पद रिक्त नहीं रहना चाहिए।
इन पदों पर भर्ती चार साल से नहीं
दरअसल, राज्य में ग्राम सेवकों को ग्राम विकास अधिकारी का दर्जा देते हुए वर्ष 2016 में भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई थी, जो अब तक पूरी नहीं हुई। पिछले बजट में राज्य सरकार ने ग्राम विकास अधिकारियों के 2470 पदों पर भर्ती की घोषणा लेकिन अभी तक सरकार नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी नहीं कर पाई है। वहीं 1426 नई ग्राम पंचायतें बनने के साथ ही रिक्त पदों की संख्या 3896 में हो गई है। माना जा रहा है कि जल्द ही इन पदों को जोड़कर ही नई भर्तियां घोषित होगी।


