
कोरोना देश में: वैक्सीन लगवाने के 11वें दिन हेल्थकेयर वर्कर की मौत, अधिकारियों ने कहा- मौत की वजह टीका नहीं






हैदराबाद में 55 साल की हेल्थकेयर वर्कर की कोरोना वैक्सीन लगवाने के 11 वें दिन शनिवार को मौत हो गई। वैक्सीन लगने के बाद मौत का यह देश में तीसरा मामला है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि मौत की वजह वैक्सीन नहीं है।
अधिकारियों का कहना है कि हेल्थकेयर वर्कर को 19 जनवरी को वैक्सीन लगाई गई थी, लेकिन उसने सांस लेने में दिक्कत और चक्कर आने की शिकायत 29 जनवरी को की थी। तेलंगाना के पब्लिक हेल्थ डायरेक्टर डॉ. जी श्रीनिवास राव के मुताबिक हेल्थकेयर वर्कर की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई। उन्हें पहले से कई बीमारियां थीं।
वहीं एक राहत की खबर भी है कि देश में कोरोना के केस और संक्रमण से होने वाली मौतों में लगातार कमी आ रही है। दिसंबर के मुकाबले जनवरी में करीब 3.44 लाख नए मामले कम सामने आए और मौतों में भी 5 हजार की गिरावट रिकॉर्ड की गई। दिसंबर में 7.85 लाख लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे और 10 हजार 858 मरीजों की मौत हुई थी। जनवरी के आंकड़े देखें तो 30 जनवरी तक देश में कुल 4.40 लाख लोग संक्रमित मिले और 5057 मरीजों की मौत हो गई। नवंबर में 12.33 लाख नए मरीज मिले थे, जबकि 15 हजार मौतें हुईं थीं।
97% मरीज रिकवर हुए
देश में कोरोना मरीजों के ठीक होने की रफ्तार लगातार बढ़ रही है। अब तक 97% लोग ठीक हो चुके हैं। सबसे ज्यादा रिकवरी अरुणाचल प्रदेश में हुई है। यहां 99.6% मरीज अब ठीक हो चुके हैं। दूसरे नंबर पर ओडिशा है, जहां 99.1% लोग रिकवर हुए हैं। लक्षद्वीप का रिकवरी रेट सबसे खराब है। यहां अब तक केवल 38% मरीज ही ठीक हो पाए हैं। 62% मरीजों का अभी इलाज चल रहा है।
दुनिया में सबसे तेज वैक्सीनेशन भारत में
देशभर में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया तेज हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देशभर में 30 जनवरी की शाम 7 बजे तक 37 लाख 6 हजार से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। दुनिया में सबसे तेज वैक्सीनेशन ड्राइव इस वक्त भारत में ही चल रही है। बाकी देश जहां 40-50 दिन पहले वैक्सीनेशन शुरू हो गया था, वहां भी इतना आंकड़ा नहीं पहुंचा है।


