
बीकानेर संभाग में कोरोना की दस्तक,मिले तीन मरीज संक्रमित







खुलासा न्यूज,बीकानेर। कोरोना के बाद विश्व के लिये सिरदर्द बनते जा रहे स्ट्रेन ने बीकानेर संभाग में दस्तक दे दी है। संभाग के गंगानगर में तीन लोग नए स्ट्रेन से संक्रमित पाएं गये है। तीनों सादुलशहर के रहने वाला बताए जा रहे हैं। जो 18 दिसंबर को ब्रिटेन से लौटे थे। जिसके बाद चिकित्सा विभाग और अधिकारी हरकत में आ गए। जिसके बाद तीनों को श्रीगंगानगर के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जहां तीनों को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।सादुलशहर के एक परिवार के 3 लोग 18 दिसंबर को ब्रिटेन से लौटे थे। तीन 28 दिसंबर को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। नए स्ट्रेन की जांच के लिए तीनों के सैंपल पूणे भेजे गए थे। जिसकी बाद आज तीनों लोगों में कोरोना का यूके स्ट्रेन पाया गया है। जो पति-पत्नी और एक बच्चा है। गौरतलब है कि गंगानगर में 18 दिसंबर को कुल 23 लोग ब्रिटेन से लौटे थे। यूके से लौटे 23 लोगों में से 12 श्रीगंगानगर शहर के थे। पांच व्यक्ति सादुलशहर क्षेत्र के हैं। श्रीकरणपुर और घड़साना क्षेत्र में भी कुछ लोग भी यूके से लौटे थे।
वायरस का नया स्ट्रेन 70 प्रतिशत तेजी से फैल रहा है
ब्रिटेन में कोरोना वायरस के जिस नए स्वरूप का पता चला है, वह अब नीदरलैंड्स, डेनमार्क, ऑस्ट्रेलिया, इटली और दक्षिण अफ्रीका में भी मिला है। यह 70 प्रतिशत ज्यादा तेजी से फैल रहा है।
कोरोना का नया स्वरूप आगे कमजोर होगा या घातक, इस पर कोई स्टडी हुई है क्या ?
वायरस स्वरूप बदलता है। इससे ज्यादातर वायरस खुद ही खत्म हो जाते हैं, लेकिन कभी-कभी कई गुना खतरनाक हो जाते ह। यह प्रक्रिया इतनी तेजी से होती है कि वैज्ञानिक एक रूप समझ नहीं पाते और दूसरा सामने आ जाता है। ब्रिटेन में पाए गए नए स्वरूप को वीयूआई-202012/01 नाम दिया है। यह 70 प्रतिशत ज्यादा तेजी से फैलता है।
कोरोना का यह नया प्रकार आया कहां से है?
ब्रिटेन में अभी वायरस का जो प्रकार मिल रहा है, वह बहुत ज्यादा बदला हुआ है। हो सकता है यह किसी ऐसे रोगी के शरीर में बदला हो, जिसकी प्रतिरोधी क्षमता कमजोर थी।
क्या कोरोना वायरस पहले भी स्वरूप बदल चुका है? अभी कौन सा प्रकार चल रहा है?
हां। कोरोना वायरस जो सबसे पहले चीन के वुहान में मिला था, वह अब ज्यादातर देशों में नहीं है। इसी तरह डी 614जी प्रकार का वायरस फरवरी में यूरोप में मिला था और अभी दुनियाभर में यही सबसे ज्यादा है। ए 222वी एक और प्रकार था, जो उन लोगों से फैला था जो स्पेन में गर्मियों की छुट्टियां मनाकर लंदन लौटे थे।


