
40 वर्षीय युवक के लिये जीवन रक्षक बने कृष्ण






खुलासा न्यूज,बीकानेर। ट्रोमा, न्यूरो एवं स्पाइन जैसी जटिल समस्याओं के लिए बीकानेर वासियों को एक समय तक जयपुर या दिल्ली के चिकित्सकों के भरोसे ही रहना पड़ता था परंतु पिछले कुछ सालों में बीकानेर संभाग में निजी चिकित्सा क्षेत्र की शानदार उपलब्धियों के कारण अधिकांशत:चिकित्सकीय परामर्श एवं जटिल से जटिल ऑपरेशन बीकानेर में ही संभव है। इसी तरह का एक जटिल किंतु सफल ऑपरेशन डॉ. कृष्णवीर चौधरी द्वारा बीकानेर के सुप्रसिद्ध जीवन रक्षा हॉस्पिटल में किया गया। कुछ दिनों पूर्व एक 40 वर्षीय व्यक्ति सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था। दुर्घटना स्वरूप व्यक्ति की रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर हो गया, जिसकी वजह से उक्त मरीज को कमर में असहनीय दर्द की शिकायत रहने लगी तथा इस फ्रैक्चर की वजह से उक्त मरीज के दोनों पैरों की ताकत खत्म हो जाने का खतरा भी मंडरा रहा था। ऐसे मामले न्यूरो सर्जन द्वारा ही उपचारित किए जाते हैं और डॉ.कृष्णवीर द्वारा इस मामले में बिना चीर फाड़ के मिनिमल इनवेसिव तरीके से रीढ़ की हड्डी के फ्रैक्चर को जोडऩे का निर्णय लिया गया।
एम्स नई दिल्ली से प्रशिक्षित एवं पूर्णरूपेण दक्ष न्यूरो सर्जन डॉ.कृष्णवीर ने बताया कि उनका उद्देश्य सदैव यह रहता है कि बीकानेर शहर में न्यूरो तथा स्पाइन जैसी जटिल सर्जरी के लिए लोगों को अच्छी से अच्छी सुविधा मिले तथा अन्य शहरों में जाकर अत्यधिक खर्च पर उन्हें इलाज ना करवाना पड़े। मिनिमल इनवेसिव सर्जरी द्वारा कम लागत एवं न्यूनतम जोखिम पर इस मरीज को सुलभ उपचार प्रदान किया गया। इस तरह के मिनिमल इनवेसिव सर्जरी के ढेरों फायदे भी डॉ.कृष्णवीर ने गिनवाएं जैसे रक्त की कम खपत होना,इंफेक्शन का डर ना रहना,जल्द से जल्द मरीज को ऑपरेशन के पश्चात पैरों पर चलाया जाना,ऐसे ऑपरेशन के बाद में कम चीर-फाड़ होने के कारण दर्द की भी कम गुंजाइश रहना तथा ऑपरेशन के पश्चात मरीज को दूसरे ही दिन छुट्टी दे देने से उसके ऊपर वित्तीय बोझ भी कम आता है। सफल ऑपरेशन की कामयाब टीम में डॉ.कृष्णवीर चौधरी के साथ-साथ डॉ.धनपत डागा,डॉ.सविता राठी,डॉ.रश्मि जैन,भागीरथ,फिरोज एवम अनूप जीवनरक्षक के रूप में शामिल थे।


