
राजस्थान में कोल्ड डे व पाले की चेतावनी, सर्द हवाओं का सितम शुरू





बीकानेर। हिमालय के तराई क्षेत्रों ने सक्रिय हुए नए पश्चिमी विक्षोभ ने शेखावाटी सहित प्रदेशभर में फिर सर्दी का असर फिर बढऩा शुरू हो गया है। रविवार को नम उत्तरी हवाओं की रफ्तार बढ़ गई है। जो नश्तर सी चुभ रही है। हवाओं में नमी की मात्रा 75 प्रतिशत तक पहुंच गई है। हालांकि हवाओं की वजह से तापमान में जरूर बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है। शनिवार को फतेहपुर के कृषि अनुसंधान केंद्र में जो न्यूनतम तापमान 1.4 डिग्री था, वह आज अचानक बढ़कर 6.2 डिग्री पहुंच गया। लेकिन, बर्फीली हवाओं ने सर्दी का सितम ज्यादा बढ़ा दिया है। इधर मौसम विभाग के अनुसार सोमवार से सीकर, झुंझुनूं सहित प्रदेश के नौ जिले कड़ाके की सर्दी की जद आने की चेतावनी दी है।
कोल्ड डे व पाले की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से प्रदेश में बारिश होने की संभावना काफी कम है, लेकिन हिमाचल की ओर से आने वाली उत्तरी हवाओं का प्रभाव शुरू होगा। न्यूनतम और अधिकतम तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट होगी जिसका ज्यादा असर 29 दिसंबर से राज्य के उत्तरी भागों बीकानेर और जयपुर संभाग के जिलों में शीतलहर फिर से तेजी से हावी होगी। सोमवार और मंगलवार को सीकर, झुंझुनूं सहित नौ जिलों में दिन कोल्ड डे और कोल्ड वेव की स्थिति रहेगी। सीकर, झुंझुनूं और अलवर में कई स्थानों पर पाला भी गिर सकता है। इसके लिए सोमवार को पूर्वी राजस्थान के लिए यलो अलर्ट और मंगलवार के लिए ओरेंज अलर्ट जारी किया है।
तापमान में उतार चढ़ाव
पश्चिमी विक्षोभ के असर से हवाओं का रुख उत्तर व पूर्व से बदलकर पश्चिमी व दक्षिणी हो जाता है। वहीं उत्तर व पूर्व से आने वाली हवाएं सर्द होती है। इसीलिए इससे तापमान में उतार चढ़ाव चलता है। इधर किसानों ने बताया कि रबी की फसलों को सर्दी चाहिए फिलहाल मौसम रबी फसलों के लिए बेहतर बना हुआ है। राहत की बात है कि रबी की अगेती फसल बढ़वार की स्थिति में है इस कारण पाले से नुकसान जैसी स्थिति नहीं है लेकिन तापमान में ज्यादा गिरावट आने से पाला गिरने का अब खतरा नजर आने लगा है।


