
शीतकालीन अवकाश के बाद कॉम्बो पैक वितरण की मांग





खुलासा न्यूज,बीकानेर। एक तरफ शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को 25 दिसंबर से 31 दिसंबर तक शीतकालीन अवकाश दिए जाने का निर्णय लिया है तो वहीं दूसरी तरफ मिड डे मील योजना के तहत उनकी ड्यूटी दाल,तेल एवं मसाले के कॉम्बो पैक अभिभावकों तक पंहुचाने में लगा दी गई है। ऐसे में अब वह शीतकालीन अवकाश का लाभ नहीं उठा सकेंगे। इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से आदेश जारी किए गए हैं जिसके मुताबिक ठेकेदार से कॉम्बो पैक प्राप्त करने के लिए संस्था प्रधान और पोषाहार प्रभारी को स्कूल आना होगा और इसके बाद शीतकालीन अवकाश में सामग्री वितरित करवानी होगी।
कॉनफैड से क्रय हो रही सामग्री
गौरतलब है कि कोविड 19 के चलते राज्य सरकार की ओर से सरकारी विद्यालय छात्रों के लिए भले ही 31 दिसंबर तक स्कूल बंद हैं, लेकिन इस अवधि में सरकारी विद्यालयों में कक्षा एक से आठवीं तक अध्ययनरत विद्यार्थियों को राज्य सरकार एवं विभाग के आदेश से पहले गेहूं व चावल का वितरण किया गया था और अब कानफेड द्वारा दाल,तेल एवं मसाले के कॉम्बो पैक शीतकालीन अवकाश में स्कूलों में पहुंचाए जाने का काम किया जा रहा है। मिड डे मील आयुक्त की ओर से जारी आदेश में दाल,तेल,मसाले आदि के कॉम्बो पैकेट्स का वितरण भी खाद्यान्न गेहूं,चावल की भांति ही विद्यार्थियों के माता.पिता,अभिभावकों को किया जाना है। इससे सरकारी स्कूल में पढऩे वाले विद्यार्थी एवं उनके अभिभावकों को काफी मदद मिलेगी।
दिया जाए उपार्जित अवकाश
ऐसे में अब प्रदेश के शिक्षक उपार्जित अवकाश दिए जाने की मांग कर रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि निदेशक माध्यमिक शिक्षा ने शीतकालीन अवकाश में यह सामग्री वितरित करने के निर्देश दिए हैं और इसके लिए संस्था प्रधान और पोषाहार प्रभारी को स्कूल आने के लिए पाबंद कर दिया जिससे वह सामग्री ठेकेदार से ले सकें। इसके बाद शीतकालीन अवकाश में ही सामग्री का वितरण करना जरूरी है इसके लिए शिक्षकों को अवकाश के दौरान भी स्कूल आनाा ही होगा। बेहतर होता है कि यह कार्य शीतकालीन अवकाश के बाद करवाया जाता, लेकिन यदि सामग्री का वितरण अवकाश के दौरान ही करना है तो इन अवकाशों का उपार्जित अवकाश शिक्षकों को दिया जाना चाहिए।
प्रति विद्यार्थी यह मिलेगी सामग्री
मिड डे मील आयुक्तालय की ओर से प्रथम चरण में कक्षा 1 से 8 तक के अध्ययनरत प्रति विद्यार्थी के माता.पिता अभिभावकों को कॉम्बो पैक में दी जाने वाली सामग्री की मात्रा भी तय की गई है। कक्षा 1 से 5 तक के प्रति विद्याथीर्: चना दाल 2 किलोग्राम
उच्च प्राथमिक कक्षा 6 से 8 तक के प्रति विद्यार्थी को : 5 किलोग्राम चना दाल
कक्षा 1 से 8 तक प्रति विद्यार्थी : तेल सोयाबीन 1 लीटर, धनिया पाउडर, एगमार्क 200 ग्राम, मिर्च व हल्दी पाउडर दो दो सौ ग्राम, नमक आयोडाइज एक किलोग्राम पैकेट व जीरा 100 ग्राम
इनका कहना है
राज्य सरकार एवं विभाग के कॉम्बो पैकेट वितरण का निर्णय अच्छा है, लेकिन अगर विभाग अन्य राज्यों की तरह विद्यार्थियों को दाल,मसाले तेल देने की जगह नगद राशि दी जाती तो ओर ज्यादा अच्छा होता। जिससे विद्यार्थियों शैक्षणिक सामग्री खरीदने में मदद मिल जाती। साथ ही शीतकालीन अवकाश में पोषाहार प्रभारी एवं प्रधानाचार्य की ड्यूटी लगाई गई है, उन्हे उपार्जित अवकाश दिया जाए या सामग्री शीतकालीन अवकाश के बाद विद्यालयों में वितरण की जाएं। रवि आचार्य,प्रदेश सचिव,शिक्षक संघ राष्ट्रीय


