
नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से कम होगा शीतलहर का असर






जयपुर. राजस्थान में सर्दी का असर बरबरार है। शीतलहर और तापमान में गिरावट का दौर अब भी देखने को मिल रहा है । इसके असर से आमजनजीवन पर काफी असर पड़ रहा है। सुबह घूमने जाने वाले लोगों की संख्या में भी कमी देखने को मिल रही है। लोग सर्दी से बचने के लिए सुबह और शाम को अलाव का सहारा ले रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक इस सप्ताह के अंत तक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से शीतलहर का असर कम होने के साथ ही न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री तक की बढ़ोतरी होना तय है। साथ ही दिन में चटक धूप पारे को बढ़ाएगी। हालांकि बादल छाएंगे।
माउंटआबू, फतेहपुर लगातार ठंडे
राजधानी जयपुर का मंगलवार का तापमान सुबह आम दिनों के मुकाबले थोड़ा ज्यादा रहा। सुबह का तापमान 13 डिग्री दर्ज किया गया। हालांकि मौसम साफ रहा, इससे धूजणी भी कम रही। वहीं बादलों की आवाजाही का दौर जारी रहा। इससे पूर्व लगातार पांच दिनों से माउंटआबू में पारा माइनस में दर्ज किय गया। इससे पहले सोमवार को प्रदेश में 20 से ज्यादा शहरों में दिन का पारा 25 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया। बीती रात को माउंटआबू प्रदेश में सबसे ठंडा रहा, पारा जमाव बिंदु पर दर्ज किया गया। इसके अलावा जोबनेर, सीकर, गंगानगर, चूरू, पिलानी, भीलवाड़ा, डबोक, फतेहपुर में तेज ठंड रही।
प्रमुख जगहों का तापमान
प्रदेश में सबसे कम तापमान बीती रात का माउंटआबू का 0, फतेहपुर का 2.2, चूरू का 4, गंगानगर का 6.1, जैसलमेर का 8.5, डबोक का 6.6, चित्तौड़ का 6.9, बूंदी का 9.6, कोटा का 8.4, सीकर का 4.5, पिलानी का 4.9,अलवर का 7.8, भीलवाड़ा का 6.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। वहीं प्रदेश में दिन का सबसे अधिक तापमान जोधपुर का 28.8, चित्तौड का 28, बाड़मेर का 28.8, भीलवाड़ा का 26.4 , जयपुर का 26.2, पिलानी का 25.2, बीकानेर का 27.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। बीते 24 घंटे में दिन के अधिकतम तापमान में 3 डिग्री तक बढ़ोतरी दर्ज की गई।
सर्दी से रहेगी राहत
स्काईमेट वेदर रिपोर्ट के अनुसार इस सप्ताह राजस्थान में आमजन को सर्दी से राहत रहेगी। हालांकि नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों पर आ रहा है। जिसके प्रभाव से चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र राजस्थान पर बनेगा। इसकी वजह से हल्की बारिश के साथ ही हवाओं का रुख बदलेगा। इससेे राज्य पर जारी कड़ाके की सर्दी से लोगों को राहत मिल जाएगी। न्यूनतम तापमान में इस सप्ताह वृद्धि होने के कारण राजस्थान के अधिकांश भागों से शीतलहर का प्रकोप फिलहाल खत्म हो जाएगा। हालांकि बादल छाए रह सकते हैं।


