
कांग्रेस में फूट! बगावत पर उतरे कार्यकर्ता, विधायक पर भाजपा का साथ देने का आरोप






हनुमानगढ़। जिले की संगरिया पंचायत समिति में कांग्रेस के पास बहुमत के बावजूद भाजपा के समर्थन से निर्दलीय प्रधान और निर्दलीय उपप्रधान बनने के बाद अब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विद्रोह का झंडा बुलंद कर दिया है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बहुमत के बावजूद प्रधान और उपप्रधान ना बनने पर सारा दोष हनुमानगढ़ के कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री विनोद चौधरी पर मढ़ते हुए उनके खिलाफ शुक्रवार को पैदल रोष मार्च निकाला. पैदल रोष मार्च के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मानकसर गांव से लीलावाली गांव पहुंचकर विधायक के निवास का घेराव किया और विधायक के घर में घुसकर कांग्रेस के झंडे जमीन पर फेंक दिए.
इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि हनुमानगढ़ से विधायक होने के बावजूद विनोद कुमार संगरिया में दखलंदाजी कर रहे हैं. उन्होंने भाजपा की मदद से अपने नजदीकी कांग्रेस कार्यकर्ता की पत्नी को निर्दलीय संगरिया पंचायत समिति का प्रधान बनवा दिया. भाजपा की मदद से ही अगले दिन उन्होंने पंचायत समिति में निर्दलीय ही उपप्रधान बनवा दिया जबकि पंचायत समिति चुनावों में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत हासिल हुआ था.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपने ही पार्टी के विधयक पर लगाया आरोप
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि हनुमानगढ़ विधायक संगरिया में कांग्रेस को कमजोर करने में लगे हुए हैं और नाजायज दखलंदाजी करते हुए तानाशाही रवैया अपनाए हुए है. इस बारे में हनुमानगढ़ विधायक विनोद कुमार का पक्ष जानने के लिए उनसे सम्पर्क करने का प्रयास किया गा. मगर उनसे संपर्क नहीं हो सका. वहीं कांग्रेस में बगावत के इस मामले में विधायक समर्थक कुछ कार्यकर्ताओं का कहना है कि ये विधायक के खिलाफ साजिश है और कांग्रेस की ही एक नेत्री इस मुहिम की अगुवाई कर रही है. हालांकि जिस दिन पूर्ण बहुमत के बावजूद संगरिया पंचायत समिति में प्रधान और उपप्रधान पद पर कांग्रेस की हार हुई थी और कांग्रेस के ही एक कार्यकर्ता की पत्नी भाजपा के समर्थन से निर्दलीय प्रधान बनी थी उसी दिन से कांग्रेस में बगावत की आशंका बनी हुई थी, क्योंकि संगरिया कांग्रेस के नेता अपने प्रत्याशी को प्रधान बनाना चाहते थे जो बहुमत के बावजूद सम्भव नहीं हो सका.


