
43 नगर पालिका और 7 नगर परिषद चुनाव में सत्ता की चाबी निर्दलियों के पास, कांग्रेस का पलड़ा रहा भारी






जयपुर। प्रदेश के 21 जिलों में जिला परिषद एवं पंचायत समिति सदस्यों के लिए चार चरणों में हुए चुनाव के नतीजे पहले ही आ चुके हैं। राजस्थान में 11 दिसंबर को हुए 12 जिलों की 50 नगर निकायों में से अधिकांश के नतीजे आ गए हैं। अलवर, बारां, करौली, दौसा, भरतपुर, जयपुर, धौलपुर, श्रीगंगानगर, जोधपुर, कोटा, सवाईमाधोपुर, सिरोही जिलों की 43 नगर पालिका और 7 नगर परिषदों के 1775 वार्डों के लिए वोट डाले गए थे।इन चुनावों में 7249 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा है। पहले चार चरणों के चुनाव में जहां भाजपा का पलड़ा भारी रहा था वहां इस बार कांग्रेस मजबूत स्थिति में है। वहीं बोर्ड बनाने की चाबी कई जगहों पर निर्दलियों के पास है। धौलपुर, श्रीगंगानगर, जयपुर में जहां कांग्रेस मजबूत होकर उभरी है। वहीं करौली, सवाईमाधोपुर और भरतपुर में निर्दलियों ने बाजी मारी है। जिलेवार स्थिति –
जयपुर: जयपुर जिले की 10 नगर पालिकाओं में मतगणना जारी है। दोपहर तक जारी परिणामों में चौमूं, बगरु, शाहपुरा, विराट नगर सहित 6 से ज्यादा नगर पालिकाओं में कांग्रेस का बोर्ड बनता नजर आ रहा है। लेकिन इनमें निर्दलियों का बोलबाला रहेगा। मतदाता ने सत्ता की चाबी निर्दलीय प्रत्याशियों के हाथ में सौंपी है।
भरतपुर: भरतपुर के निकाय चुनाव में राजनीतिक दलों को निर्दलीयों ने पीछे छोड़ दिया। 255 वार्डों में से 45 सीट भाजपा, कांग्रेस 22, बसपा एक और 187 सीटों पर निर्दलीय पार्षद चुने गए। कामां को छोड़कर शेष निकायों में निर्दलियों ने बाजी मारी है।
कुम्हेर और डीग में निर्दलियों के सहारे कांग्रेस बोर्ड बना सकती है। क्योंकि, यहां पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह सक्रिय हो गए हैं। इसके अलावा मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग भी कुम्हेर में अपने एक परिचित राजीव अग्रवाल को अध्यक्ष बनवाने के लिए एक्टिव हो गए हैं।
सांसद के गृह शहर बयाना में भाजपा बुरी तरह पराजित, 35 में से 3 सीटें ही जीतीं
सांसद रंजीता कोली के गृह शहर बयाना से भाजपा को बुरी तरह पराजय का सामना करना पड़ा है। यहां उनके मनमुताबिक ही टिकट बांटे गए थे। बयाना में 35 में भाजपा को केवल 3 सीटें ही मिली हैं। वैसे यहां कांग्रेस थोड़ी बेहतर स्थिति में है। कांग्रेस को 7 वार्डों से जीत मिली है। बोलबाला निर्दलियों का है। निर्दलीय 25 सीटों पर जीते हैं। इसलिए यहां पूर्व पालिका अध्यक्ष विनोद बट्टा की बोर्ड बनाने में अहम भूमिका रह सकती है।
धौलपुर: धौलपुर नगर परिषद में भी निर्दलियों ने कांग्रेस व भाजपा का गणित बिगाड़ दिया। यहां कांग्रेस व भाजपा के 22-22 पार्षद चुनाव जीते, 15 निर्दलीय प्रत्याशी व एक बीएसपी ने सीट हासिल की है। राजाखेड़ा नगर पालिका में कांग्रेस का बोर्ड बनना तय है। 20 वार्डों में कांग्रेस ने परचम फहराया है। भाजपा 11 वार्डों में सिमट कर रह गई है। वहीं एक वार्ड में बसपा ओर 3 में निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं। बाड़ी नगरपालिका में कांग्रेस 26, भाजपा 3 और निर्दलीय 16 पर जीते हैं।
सवाईमाधोपुर: नगर परिषद 27 कांग्रेस 22 भाजपा 10 निर्दलीय एक सीपीआई ने जीत हासिल की है। यहां गंगापुर सिटी नगर पालिका में 60 सीटों पर भाजपा, 27 पर कांग्रेस 21 पर निर्दलियों ने जीत दर्ज की। यहां वार्ड नंबर 48 में भाजपा और निर्दलीय के बीच टाई हुआ। इस पर लॉटरी से फैसला हुआ जिसमें निर्दलीय विकास गुप्ता ने जीत हासिल की।
श्रीगंगानगर: यहां 8 नगर पालिका में चुनाव हुए जिसमें चार में कांग्रेस, 2 में भाजपा जीती है। पिछले चुनाव में दो नगरपालिकाओं में अध्यक्ष बना सकने वाली कांग्रेस को इस बार चार पालिकाओं, केसरीसिंहपुर, श्रीकरणपुर, पदमपुर और गजसिंहपुरा में पूर्ण बहुमत मिला है। वहीं पिछले चुनाव में 6 पालिकाओं में बोर्ड बनाने वाली भाजपा को फिलहाल अनूपगढ़ और सादुलशहर में ही स्पष्ट बहुमत मिला है। रायसिंहनगर में भाजपा बहुमत के नजदीक है।
करौली: यहां नगर परिषद चुनाव में कांग्रेस 15 भाजपा 15 निर्दलीय 25 सीटों पर जीते हैं। यहां निर्दलीय किंगमेकर की भूमिका में हैं। हिंडौन नगर परिषद चुनाव में 60 सीटों में भाजपा ने 18, कांग्रेस 13 बसपा एक और निर्दलीय 28 पर चुनाव जीते हैं। टोडाभीम नगर पालिका चुनाव में 25 सीटों में से भाजपा 5, कांग्रेस 14, छह निर्दलीयों ने चुनाव जीता है।
जोधपुर: जोधपुर जिले के बिलाड़ा व पीपाड़ नगर पालिका चुनाव के नतीजे आना शुरू हो गए हैं। बिलाड़ा में 35 सदस्यों वाले नगर पालिका बोर्ड में भाजपा में 18 सीट पर जीत हासिल कर बहुमत हासिल कर लिया है। वहीं पीपाड़ में अब तक घोषित 25 नतीजों में से 15 सीट हासिल कर कांग्रेस बहुमत हासिल करने की तरफ बढ़ रही है। बिलाड़ा में भाजपा ने अपना बोर्ड बरकरार रखा है। वहीं पीपाड़ में 17 साल के बाद कांग्रेस का बोर्ड बनने के आसार नजर आ रहे हैं।
कोटा: जिले में इटावा व रामगंजमंडी निकाय चुनाव 2020 में कांटे की टक्कर देखने को मिली। घोषित परिणामो में इटावा में बीजेपी ने कांग्रेस को शिकस्त देते हुए 35 मेंसे 16 सीटों पर जीत हासिल की है। कांग्रेस को 10 ही सीट मिल पाईं। 9 निर्दलीय चुनाव जीते हैं। इधर, रामगंजमंडी नगर पालिका में कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की है। कांग्रेस को 40 में से 20 सीटों पर जीत मिली है जबकि बीजेपी के खाते में 13 सीट नसीब हुई है। 7 निर्दलीयों ने बाजी मारी है।
अभी तक ये रहे नतीजे
प्रदेश के 21 जिलों में जिला परिषद एवं पंचायत समिति सदस्यों के लिए चार चरणों में हो चुके जिला परिषद चुनाव में 636 सदस्यों में से बीजेपी को 353, कांग्रेस को 252, आरएलपी को 10, सीपीआईएम को 2 और 18 निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की।झालावाड़ के जिला परिषद निर्वाचन क्षेत्र के क्षेत्र संख्या 2 के बूथ संख्या 62 (पंचायत समिति डग की ग्राम पंचायत कुमठिया में स्थित) का परिणाम जारी नहीं हो सका था। इस निर्वाचन क्षेत्र के एक बूथ पर 10 दिसंबर को दोबारा मतदान हुआ था। इसी तरह 4371 पंचायत समिति सदस्यों में से बीजेपी 1989, कांग्रेस को 1852, बसपा को 5, आरएलपी को 60, सीपीआईएम को 26 और 439 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की।
अब अध्यक्ष पद के लिए मतदान 20 को
अध्यक्ष के लिए 14 दिसंबर को लोक सूचना जारी होगी। नामांकन पत्र 15 दिसंबर अपराह्न 3 बजे तक प्रस्तुत किए जा सकेंगे। उन्होंने बताया कि नामांकन पत्रों की संवीक्षा की तिथि 16 दिसंबर को होगी, जबकि 17 दिसंबर को अपराह्न 3 बजे तक अभ्यर्थिता वापिस ली जा सकेगी।चुनाव चिन्हों का आवंटन 17 दिसंबर को किया जाएगा। अध्यक्ष के लिए मतदान 20 दिसंबर को प्रात: 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक किया जाएगा, जबकि मतगणना मतदान समाप्ति के तुरन्त बाद होगी। उन्होंने बताया कि इसी तरह उपाध्यक्ष के लिए निर्वाचन 21 दिसंबर को होगा।


